मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परीक्षा का आगाज हो गया गया है। पहले दिन दोनों पालियों में 2400 से अधिक परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। प्रथम पाली में 1428 और द्वितीय पाली में 1010 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा छोड़ दी। कड़ी निगारनी के बीच परीक्षा को संपन्न कराया गया। तलाशी के बाद ही विद्यार्थियों को प्रवेश मिला। एसडीएम परमानंद झा व डीआईओएस डॉ. धर्मेंद्र शर्मा ने कई केंद्रों का निरीक्षण किया।
डीआईओएस डॉ. धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि 75 केंद्रों पर हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की पहली परीक्षा हिंदी और वाणिज्य विषय की हुई। प्रथम पाली में हाईस्कूल की प्रारंभिक हिंदी और इंटरमीडिएट की सैन्य विज्ञान की परीक्षा हुई। प्रथम पाली में हाईस्कूल के 945 छात्र और 483 छात्राएं अनुपस्थित रही। जबकि द्वितीय पाली में 63 छात्र और छह छात्राओं ने परीक्षा को छोड़ दिया। उधर, इंटरमीडिएट में 678 छात्र और 263 छात्राएं अनुपस्थित रहीं। प्रथम पाली में हाईस्कूल के 29 हजार 853 और द्वितीय पाली में हाईस्कूल के 1692 व इंटरमीडिएट के 24 हजार 493 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। सभी परीक्षा केंद्रों पर पुलिस बल तैनात रहा। चेकिंग के बाद ही परीक्षार्थियों को कक्षाओं में भेजा गया।
वहीं, सचल दस्तों की ओर से परीक्षा केंद्रों पर पहुंचकर सभी बच्चों की तलाशी ली गई। देखा गया कि कोई बच्चा नकल तो नहीं कर रहा है। सभी के प्रवेश पत्र पर लगे उनके फोटो को चेहरे से मिलान किया गया। सभी केंद्रों पर सेक्टर, स्टेटिक और जोनल मजिस्ट्रेट की निगरानी में परीक्षा कराई गई।
राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में निरुद्ध एक बच्चे ने दी परीक्षा
राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में निरुद्ध एक इंटरमीडिएट के परीक्षार्थी ने भी बोर्ड परीक्षा दी। द्वितीय पाली में परीक्षार्थी को पुलिस अभिरक्षा में शाहपुर स्थित परीक्षा केंद्र ले जाया गया, जहां उसने परीक्षा दी। जिसके बाद उसे पुलिस की सुरक्षा में ही राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह ले जाया गया। संस्था प्रभारी मोहित कुमार ने बताया कि इसके अलावा चोरी के मामले निरुद्ध हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के दो परीक्षार्थियों को भी परीक्षा के चलते किशोर न्याय बोर्ड से अंतरिम बेल दिलाई गई। अब वह घर से ही परीक्षा दे रहे हैं।
कक्ष निरीक्षक की बिगड़ी थी तबीयत
श्री देवी मंदिर इंटर कॉलेज खतौली में परीक्षा के दौरान एक कक्ष निरीक्षक की तबीयत बिगड़ गई थी। जिसके बाद चिकित्सकों ने उनकी जांच कर दवा दी। उनकी जगह रिलीवर अध्यापिका को ड्यूटी पर लगाया गया। बताया गया कि उन्हें चक्कर और उल्टी आई थी।
दो केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों में हुई थी दिक्कत
जनता इंटर कॉलेज गंगधारी और सरस्वती इंटर कॉलेज पीपलहेड़ा में इंटरनेट की वजह से कैमरे शो नहीं हो रहे थे। जिसे तुरंत ही ठीक करा दिया गया था। कंट्रोल रूम प्रभारी डॉ. सोहनपाल ने बताया कि इंटरनेट सही ढंग से काम नहीं करने की वजह से डीवीआर में दिक्कत हुई थी। बाकी सभी केंद्रों के कैमरे लगातार चलते रहे।
एसडीएम और डीआईओएस ने किया निरीक्षण
एसडीएम सदर परमानंद झा ने शहर के जैन इंटर कॉलेज, डीएवी इंटर कॉलेज और स्वामी कल्याण देव इंटर बघरा में निरीक्षण किया। एसडीएम ने केंद्रों पर की गई व्यवस्था, स्टेटिक एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट की उपस्थिति और सीसीटीवी के माध्यम से कक्षाओं की स्थिति का भी जायजा लिया। उधर, डीआईओएस डॉ. धर्मेंद्र शर्मा ने सीताशरण इंटर कॉलेज खतौली, सरस्वती इंटर कॉलेज पीपलहेड़ा, किसान इंटर कॉलेज खरड़, डीएवी इंटर कॉलेज व राजकीय कन्या इंटर कॉलेज सिसौली, किसान इंटर कॉलेज अलीपुर खेड़ी, शहीद भगत सिंह इंटर कॉलेज बुड़ीना कलां, किसान इंटर कॉलेज जसोई सहित अन्य केंद्रों पर निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
बोले परीक्षार्थी, सही रहा पहला पेपर
प्रथम पाली की परीक्षा देकर लौटी हाईस्कूल की छात्रा शाजिया ने कहा कि हिंदी का पेपर काफी अच्छा रहा है। परीक्षा केंद्र पर काफी सख्ती बरती गई। बिना तलाशी के बच्चों को जाने नहीं दिया गया। छात्रा महक ने बताया कि पेपर ज्यादा मुश्किल नहीं था। बीच में चेकिंग के लिए भी अध्यापक आए थे। छात्रा रुकइया ने कहा कि उनका हिंदी का पेपर था, जो ठीक गया है। कड़ी निगरानी के बीच परीक्षा कराई गई। एक कक्ष में दो अध्यापकों की ड्यूटी लगाई गई। वहीं, छात्रा आयशा ने कहा कि उसका पेपर ठीक गया है। इतना भी हल्का पेपर नहीं था। उसने कहा कि सभी छात्राओं की महिला अध्यापकों ने तलाशी ली।