उत्तराखंड

Rudrapur Crime: मां-बाप ने उगले राज, इज्जत बचाने के लिए बेटी को मार डाला; समाज में हो रही थी बदनामी

Rudrapur
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रुद्रपुर में शफी अहमद और खातून जहां ने बेटी के प्रेम प्रसंग से नाखुश थे। आरोपियों का कहना है कि उन्होंने बेटी को बहुत समझाया। कई बार पीटा भी लेकिन बेटी का लड़के से मिलना बंद नहीं हुआ। वह गलत रास्ते में चली गई थी। इससे उनकी समाज और बिरादरी में बदनामी हो रही थी। अपनी इज्जत बचाने के लिए उन्होंने बेटी की हत्या कर दी।

सीओ सिटी के अनुसार शफी अहमद फल का ठेला लगाता है। उनका बेटा केरल में बाइक मिस्त्री का काम करता है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि दो साल पहले उन्हें बेटी के पहाड़गंज निवासी एक लड़के से दोस्ती की जानकारी हुई। उन्होंने दोनों को फटकारा और बेटी की पिटाई कर भविष्य में लड़के से संबंध नहीं रखने की हिदायत दी। 24 फरवरी की सुबह खातूनजहां की आंख खुली तो बेटी कमरे में नहीं थी। उसने शफी को जगाया और बेटी की खोजबीन की। वे छत पर गए तो बेटी ऊपर वाले कमरे के बाहर खड़ी थी। छत की तरफ जाते समय किसी के भागने की आवाज सुनाई दी। उन्हें छत पर बेटी अकेली मिली। शफी ने बेटी को थप्पड़ मारे और खींचकर नीचे ले आए। यहां बेटी ने बताया कि वह छत पर पड़ोस के लड़के से मिलने गई थी। इसके बाद शफी ने बेटी का मुंह दबाया और उसने दुपट्टे से गला दबाया था। इसके बाद पति ने गला दबाया और उसने बेटी की टांगे पकड़ ली। करीब 20 मिनट तक गला दबाए रखने से उसकी मौत हो गई थी।

बेटी के फांसी लगाने की दी सूचना
आरोपियों ने बताया कि बेटी की हत्या के बाद शव ठिकाने लगाने के लिए योजना बनाई थी। उन्होंने मोहल्ले वालों से झूठ बोला कि लड़की ने फांसी लगा ली है और शव का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते। इसके बाद शफी ने बजावाला से रिश्तेदार की गाड़ी मंगवाई। वे बजावाला पहुंचकर शव दफनाने की तैयारी कर रहे थे कि पुलिस आ गई थी। सीओ ने बताया कि आरोपियों ने मोहल्लेवालों के साथ ही रिश्तेदारों को भी बेटी के फांसी लगाने की झूठी जानकारी दी थी।

 

गदरपुर में सरेआम हुआ था बेटी का कत्ल
झूठी शान के लिए रुद्रपुर में बेटी के कत्ल का यह पहला का मामला नहीं है। इससे पहले भी जिले में परिजनों के हाथों बेटियों के कत्ल होते रहे हैं। जो मामले उजागर हो गए, उनमें गुनहगार सलाखों के पीछे डाल दिए गए। इनमें गदरपुर के कनकटा में हुई ऑनर किलिंग का मामला बेहद चर्चित रहा था।

रुद्रपुर के पहाड़गंज में बेटी के प्रेम प्रसंग से खफा मां-बाप ने गला दबाकर हत्या कर दी। मामला छिपाने के लिए दंपती शव को दफनाते, इससे पहले ही पुलिस की पकड़ में आकर सलाखों के पीछे चले गए। ऑनर किलिंग का यह अकेला मामला नहीं है। सितंबर 2015 को गदरपुर के कनकटा गांव में प्रेम प्रसंग से नाराज परिजनों ने किशोरी को रूह कांपने वाली सजा दी थी। परिजनों ने सरेआम बेटी की लाठी डंडे और लोहे की राॅड से पीटकर हत्या कर दी। ग्रामीणों को कसमें खिलवाकर मामले को दबा दिया गया। तत्कालीन एसएसपी केवल खुराना ने मामले की फाइल खुलवाई थी और छह महीने बाद मृतका के पिता, चाचा सहित आधा दर्जन परिजनों की गिरफ्तारी की गई।

काशीपुर के मोहल्ला अली खां में सितंबर 2020 को प्रेम प्रसंग के चलते एक युवती प्रेमी के साथ चली गई थी। 15 दिन बाद दोनों लौटकर किराए के मकान में रहने लगे तो युवती के भाई और रिश्तेदारों ने नवदंपती का झूठी शान के लिए कत्ल कर दिया। दोनों को दो-दो गोलियां मारी गई थीं।

मई 2023 में किच्छा के सिरौलीकला में प्रेम प्रसंग से नाराज पिता और भाई ने किशोरी की गला दबाकर हत्या कर उसको दफना दिया था। मृतका के मामा की सूचना पर पुलिस ने कब्र से शव निकालकर पोस्टमार्टम कराया तो हत्या की पुष्टि हुई थी। मृतका पड़ोसी युवक से बात करती थी, जो परिजनों को नागवार गुजरता था। काशीपुर में जून 2019 में छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में जलने से हुई मौत मामले में ऑनर किलिंग की चर्चा थी। हालांकि पुलिस जांच में कुछ सामने नहीं आ सका था।

 

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