‘जिन्न’ से निजात पाना चाहती थी बीवी, तांत्रिक के साथ मिल पति ने दुधमुंही बेटी की दे दी बलि
- पुलिस हिरासत में आरोपित माता-पिता और कथित तांत्रिक
- जंगल में ले जाकर की गई तंत्र विद्या की पूरी क्रिया
- बच्ची के लिए रातभर जंगल खंगालती रही पुलिस
यूपी के मुजफ्फरनगर में एक माह की बच्ची की बलि दिए जाने का आरोप मां-बाप पर है. पुलिस ने तांत्रिक समेत तीनों को हिरासत में लिया है. पूछताछ में हुए खुलासे के बाद बच्ची के शव की तलाश में पुलिस अधिकारी फोर्स के साथ रातभर जंगलों में भटकते रहे, लेकिन लाश नहीं मिल सकी.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में एक माह की बच्ची की बलि दिए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. बच्ची की बलि का आरोप उसके माता-पिता पर है. बलि दिए जाने की वजह आरोपित मां ने अपने ऊपर आने वाले ‘जिन्न के साए’ से निजात पाना बताया है. पुलिस ने आरोपित माता-पिता समेत कथित तांत्रिक को हिरासत में लेकर देर रात कई घंटे जंगलों में खाक छानी, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी.
भोपा इलाके के बेलडा गांव का है मामला
पूरा मामला भोपा थाना इलाके के बेलडा गांव का है. प्रजापति समाज से ताल्लुक रखने वाले गोपाल और उसकी बीवी ममता पर अपनी एक माह की बच्ची की बलि दिए जाने का गंभीर आरोप लगा है. सूचना पर पहुंची पुलिस को पूछताछ के दौरान दोनों ने बताया, “ममता पर तांत्रिक ने जिन्न का साया बताया था. उसे बलि भी मांगी थी. जिन्न के साये से निजात पाने के लिए वो लोग बलि के लिए तैयार हो गए और अपनी एक माह की बच्ची को तांत्रिक को सौंप दिया.”
पुलिस हिरासत में मां-बाप और तांत्रिक
पूछताछ में उन्होंने तांत्रिक के बारे में बताया कि “उसका नाम हरेंद्र है और वो कादीपुर गांव का रहने वाला है.
पुलिस तत्काल कादीपुर गांव पहुंची और तांत्रिक को भी हिरासत में लिया. पूछताछ की गई तो उसने पुलिस को बताया कि “गोपाल और ममता अपनी बच्ची मरी हुई लेकर आए थे. जिसे उन लोगों ने बेलडा गांव के जंगल में फेंक दिया.”
जंगल में की गई तंत्र क्रिया!
मामले की जानकारी पर सीओ भोपा डॉ रवि शंकर मिश्रा भी भारी पुलिस बल के साथ रात करीब 10 बजे बेलडा गाँव पहुंचे. तांत्रिक हरेंद्र, बच्चे के पिता गोपाल और मां ममता को हिरासत में लेकर बच्ची के शव की तलाश में पुलिस बेलडा गांव के जंगल में उस स्थान पर पहुंची, जहां बच्ची के शव को फेंकने का दावा किया गया था. पुलिस ने कई घंटे जंगल खंगाला, लेकिन बच्ची या उसके शव का कहीं पता नहीं चल सका.
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी देहात अतुल बंसल भी डॉग स्कवायड एवं अन्य पुलिस बल के साथ रात्रि करीब साढ़े ग्यारह बजे मौके पर पहुंचे.
ग्रामीणों के शक ने खोला राज
बुधवार की सुबह गोपाल और ममता के पास उनके पड़ोसियों ने बच्ची को नहीं देखा तो उन्होंने इस बाबत दोनों से पूछा, लेकिन वो कुछ भी स्पष्ट रूप से नहीं बता सके. चूंकि उनके घर कथित तांत्रिक हरेंद्र का आना-जाना लगा रहता था. जिसको लेकर पड़ोसियों और ग्रामीणों को शक होने लगा कि कहीं बच्ची के साथ इन लोगों ने कुछ गलत तो नहीं कर दिया?
ये अंदेशा बुधवार को पूरे दिन गांव में इस मुंह से उस मुंह और इस गली से उस गली तक घूमता रहा. देर शाम किसी ग्रामीण ने हिम्मत जुटाकर इस मसले में आवाज उठाई और भोपा थाना पुलिस को जानकारी दी. पुलिस ने गांव में पहुंचकर गोपाल और ममता से पूछताछ की तो वो दोनों अगल-बगल झांकने लगे.
‘जिन्न के साए’ से छुटकारा पाना चाहती थी ममता!
पुलिस ने गहनता से पूछताछ की तो गोपाल ने बताया कि उसकी बीवी ममता पर जिन्न का साया था. जिस कारण वो बहुत परेशान रहती थी. उसका उपचार कादीखेडा गांव के रहने वाले हरेंद्र नामक तांत्रिक से चल रहा था. जिसने जिन्न से छुटकारा पाने के लिए नर बलि दिए जाने की बात कही. तांत्रिक की सलाह पर वो अपनी ही बेटी की बलि दिए जाने के लिए तैयार हो गए.
बच्ची की तलाश में रात के वक़्त जंगल खंगालती @muzafarnagarpol https://t.co/8DuSJVWeJ1 pic.twitter.com/VA0MYGpALU
— The X India (@thexindia) October 9, 2024
मोपेड के जरिए जंगल ले गए थे बच्ची
पूछताछ में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि बच्ची को मंगलवार की रात वो लोग एक मोपेड (विक्की) के जरिए जंगल में लेकर गए थे. ममता ने पुलिस को बताया, “मोपेड मेरा पति गोपाल चला रहा था, जबकि बच्ची को लेकर तांत्रिक हरेंद्र उसके पीछे बैठा था.”
हालांकि इससे पहले दोनों ने ये बताया था कि “बच्ची को उन्होंने तांत्रिक को सौंपी थी. वो बच्ची को उनके घर से खुद लेकर गया था और उसके बाद पता नहीं उसने उसका क्या किया.”
वहीं तांत्रिक हरेंद्र का कहना था कि “बच्ची को लेकर हरेंद्र और ममता उसके घर पहुंचे थे. उस वक्त बच्ची में जान नहीं थी.”
फिलहाल, खबर लिखे जाने तक अधिकारी पुलिस के साथ मौके पर डटे हुए थे और बच्ची को तलाश रहे थे. यह मामला न केवल कानून व्यवस्था का सवाल खड़ा करता है, बल्कि अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र जैसी प्रथाओं की गहरी समस्या को भी उजागर करता है.