मुजफ्फरनगर की ‘नर्क’ पालिका ने गजब ढहा दिया, शहर के कचरे को NH-58 पर ठिकाने लगा दिया!
मुजफ्फरनगर शहर का कूड़ा उठाकर अब दिल्ली-देहरादून हाईवे-58 पर फेंका जा रहा है. एक तरफ तो सरकार सफाई व्यवस्था को लेकर पूरी तरह से सजग दिखाई दे रही है और ‘सफाई पखवाडे’ के तहत अभियान चलाकर सफाई करवा रही है, वहीं दूसरी तरफ इस तरह का मामला देखा जा रहा है, जो कहीं ना कहीं सरकारी मशीनरी की घोर लापरवाही का घोतक है, खासकर नगर पालिका इसकी जिम्मेदार है। इस मामले में नगर पालिका से संबंधित कोई भी जिम्मेदार स्पष्ट जवाब देने के लिए तैयार नहीं है. हालांकि नवांगतुक डीएम उमेश मिश्रा ने मामले को गंभीरता से लिया है और जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है।
मुजफ्फरनगर। ‘निजाम-उल-मुल्क’ की मंशाओं पर पानी फिरता देखना है तो राजधानी दिल्ली से महज 120 किमी दूर मुजफ्फरनगर जिले (Muzaffarnagar District ) के नेशनल हाईवे-58 पर आ जाइए। आपके स्वागत के लिए यहां सड़क के दोनों तरफ शहर (Muzaffarnagar City) से इकट्ठा किया गया कूड़ा-करकट खड़ा नहीं, बल्कि पडा मिलेगा।
आपको जानकर हैरत होगी कि ये कूड़ा हाईवे पर किसी और ने नहीं, बल्कि मुजफ्फरनगर नगर पालिका (Muzaffarnagar Nagar Palika) के कारिंदों ने ही फेंका है। बडे-बडे डंपर और गली-कूचे से कूड़ा उठाकर ले जाने वाली छोटी-छोटी गाड़ियां आती है और कूड़ा डालकर चली जाती है।
Watch Video:
#मुज़फ़्फ़रनगर नगर पालिका का नया कांड आया सामने
◆ शहर भर के कचरे को दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे-58 पर लगाया जा रहा ठिकाने
◆ बड़े-बड़े डंपर और गली-कूचों से कूड़ा एकत्र करने वाली छोटी गाड़ियों से सड़क किनारे फेंका जा रहा कूड़ा
◆ चुपचाप और चोरी से ले जाकर हाइवे पर सड़क किनारे… pic.twitter.com/LjMyXT4hti
— The X India (@thexindia) September 29, 2024
हालांकि मामला संज्ञान में आते ही जिलाधिकारी (Collector) ने इसे गंभीरता से लिया है और लापरवाह एवं जिम्मेदारों के खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई किए जाने की बात कही है।
स्वच्छ भारत मिशन (Clean India Mission) के ‘स्वच्छता ही सेवा’ पखवाड़े के तहत गत 17 सितंबर से सफाई अभियान चल रहा है। ये अभियान दो अक्टूबर (2 octber) को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाए जाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की जयंती तक चलेगा।
हाईवे पर सड़क किनारे कूड़ा ही कूड़ा
इसकी तैयारियों को लेकर ‘The X Inida’ की टीम ने रविवार को नई मंडी कोतवाली इलाके के नेशनल हाईवे-58 (National Highway-58 ) पर जानसठ रोड ओवर ब्रिज से भोपा रोड ओवर ब्रिज तक का जायजा लिया। इस दौरान हमें कुछ चौंकाने वाली चीजें दिखाई दी।
जानसठ रोड ऑवर ब्रिज(Jansath Road ) से हरिद्वार (Haridwar) की तरफ चलते हुए जौली-बिलासपुर बाईपास (Jolly-Bilaspur Bypass) के बीच में ही कूडे का ढेर दिखाई दिया। बिल्कुल हाईवे से सटाकर डाला गया ये कूड़ा नगर पालिका की देन बताई गई। हम कुछ दूर आगे चले तो राधा गोविंद मारुति शोरूम से पहले कूडे के कई स्पॉट मिले। जिन्हें नगर पालिका की गाडियों ने चुपके से यहां पर लाकर डाला था।
इतना ही नहीं, कुछ ही मिनटों के समयांतराल के बीच नगर पालिका की छोटी गाड़ी मारुति शोरूम के सामने दिल्ली की तरफ जाते हुए सड़क किनारे कूड़ा डालकर चली गई। इस कांड को करने में बाद चालक अपनी खाली गाड़ी लेकर जौली रोड बाईपास पर काफी देर तक खड़ा रहा।
“छोटी-बड़ी गाड़ियों से फेंका जा रहा कूड़ा” :चश्मदीद
राधा गोविंद मारुति शोरूम के बराबर में कार वॉश का काम करने वाले चश्मदीद मोहम्मद अली ने बताया, “हमने कई बार नगर पालिका की हरे रंग वाली बडी-बडी गाड़ियों को हाईवे पर कूड़ा डालते हुए देखा है। वो गाड़ियां आती हैं और हाईवे के किनारे कूडे को पलटकर चली जाती है। आज भी दो-तीन गाड़ियां आई और कूडा डालकर चली गई।”
कुछ दूरी पर एक महिला अपने बेटे रितिक सैनी के साथ चाय-पानी की टपरी चलाती है। रितिक ने बताया, “एक बार नहीं, हमने कई बार नगर पालिका की गाड़ियों को हाईवे किनारे कूड़ा डालते हुए देखा है। बडी ही नहीं, बल्कि छोटी गाड़ियां भी कूडा डालकर जाती है।
रितिक कहते हैं, “आज भी हमने सडक के दूसरे किनारे पर नगर पालिका की छोटी गाडी को कूडा डालते हुए देखा था। लेकिन हम उन्हें रोक नहीं सकते और ना ही कुछ कह सकते। हम यहां पर छोटी सी दुकान चलाते हैं। अगर हमने रोक-टोक की तो वो हमारा नुकसान कर सकते हैं, इसलिए हम चुप रहते हैं।”
क्या कहते हैं जिम्मेदार?
इस मामले पर नगर पालिका से संबंधित कोई भी जिम्मेदार बोलने को तैयार नहीं है। नगर पालिका चेयरमैन मीनाक्षी स्वरूप ने कई बार टाई करने के बाद भी कॉल रिसीव नहीं की और ना ही मैसेज का जवाब दिया।
ये स्टोरी भी जरूर पढे… यकीनन आपको पसंद आएगी
नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी प्रज्ञा सिंह ने टेलीफोनिक वार्ता में पहले तो रविवार की छुट्टी होने का राग अलापा और उसके बाद पूरा मामला एमआई2सी कंपनी के पाले में फेंकने की कोशिश की गई, लेकिन इससे पूर्व ही एमआई2सी कंपनी भी कूड़े के इस खेल को लेकर बॉल नगर पालिका के पाले में फेंक चुकी थी। जिसके बाद प्रज्ञा सिंह ने कहा, ‘वो बात करके बताएगी’, लेकिन उसके बाद उन्होंने कॉल ही रिसीव नहीं किया।”
मुजफ्फरनगर को क्लीन करने का जिम्मेवारी लेकर करोड़ों के वारे-न्यारे करने वाली एमआई2सी कंपनी के सेकंडरी सिटी इंचार्ज कुलदीप कुमार का कहना था, “हमारी गाड़ियां ने कूडे को हाईवे पर नहीं फेंका है। ये काम नगर पालिका का हो सकता है, इसकी हमें जानकारी नहीं है।”
“नहीं होगी बख्शीश, निश्चित तौर पर कार्रवाई होगी” :डीएम
जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने इस मामले को बडी गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा, “अगर ऐसा हो रहा है तो वो बहुत गलत बात है। सरकार की पहली मंशा सफाई व्यवस्था दुरुस्त करना है।”
डीएम उमेश मिश्रा कहते है, “मामले में जांच कराई जाएगी और जो भी इसमें दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी।”