झांसी। नारायण बाग के ठीक सामने से गुजरने वाली सड़क एक साल से भी ज्यादा समय से उखड़ी पड़ी है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि ऊबड़-खाबड़ सड़क की वजह से ऑटो पलटने पर एक व्यक्ति की जान भी जा चुकी है। ऐसे में लोगों को यहां से गुजरने में बहुत परेशानी हो रही है।
नारायण बाग के आसपास डडियापुरा, मास्टर कॉलोनी, निषाद नगर, गायत्री कॉलोनी, मद्रासी समेत कई कॉलोनियां बसी हुई हैं। इन कॉलोनियों में करीब दस हजार लोग रहते हैं। इन सभी कॉलोनी के लोगों को नारायण बाग के बगल से गुजरी सड़क से निकलना होता है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि एक-डेढ़ साल पहले जब ये सड़क बनी थी, उसके कुछ ही समय बाद से उखड़ने लगी। अब तीन किलोमीटर की इस सड़क में जगह-जगह गड्ढे हो चुके हैं। बारिश में यहां जलभराव होने से बहुत परेशानी होती है। कभी स्कूली बच्चों का वाहन फंस जाता है तो कभी दोपहिया वाहन। ऐसे में क्षेत्रवासियों ने नगर निगम से जल्द सड़क निर्माण कराने की मांग की है।
स्ट्रीट लाइटें खराब होने से शाम होते ही छा जाता अंधेरा
यहां पर खंभों पर स्ट्रीट लाइटें तो लगी हैं मगर ज्यादातर खराब पड़ी हुई हैं। क्षेत्रवासी रमेश बुधौलिया ने बताया कि शाम को सूरज ढलते ही यहां अंधेरा छा जाता है। फिर गड्ढों में निकलना बहुत मुश्किल हो जाता है।
ये बोले क्षेत्रवासी
नारायण बाग के सामने से गुजरने वाली सड़क एक-डेढ़ साल से जगह-जगह से क्षतिग्रस्त है। जब ये सड़क बनी थी, उसके कुछ ही समय बाद उखड़ने लगी थी। सड़क की स्थिति बहुत खराब है। जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। निकलने में परेशानी होती है। बारिश में तो काफी जलभराव हो जाता है।
इस मार्ग से रोजाना 25 से 30 बार गुजरता हूं। तीन किलोमीटर का ये मार्ग कई जगह टूटा है। समझ नहीं आता गड्ढों में सड़क है या सड़क में गड्ढे।
दो महीने पहले इस सड़क पर गड्ढे होने के चलते ऑटो पलट गई थी। गुरसराय के एक व्यक्ति की जान चली गई थी। यहां से निकलने में बहुत दिक्कत होती है। सड़क के दोनों तरफ नाली और साइड पटरी बनाने का काम शुरू हो गया है। ताकि, बारिश में सड़क का पानी नाली के जरिए नाले में चला जाए। जल्द ही सड़क निर्माण का भी काम शुरू हो जाएगा। मई तक सड़क बन जाएगी।