मुजफ्फरनगर (मोरना)। गांव वजीराबाद निवासी शासकीय अधिवक्ता और प्रधान के पुत्र सहदेव उर्फ मोनू के साथ बदसलूकी के मामले में नाराज ग्राम प्रधान संगठन और अन्य लोगों ने ब्लॉक मुख्यालय पर एकत्रित होकर धरना दिया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर सीओ व दरोगा के निलंबन की मांग की। एसपी देहात आदित्य बंसल लोगों के बीच पहुंचे। प्राथमिक जांच के बाद सीओ भोपा देवव्रत वाजपेई और दरोगा योगेश तेवतिया को पांच दिन की छुट्टी पर भेज दिया गया।
भोपा थाना क्षेत्र के गांव वजीराबाद निवासी सहदेव सिंह उर्फ मोनू की मां प्रमिला देवी प्रधान हैं। मंगलवार दोपहर मोनू ने थाने में तहरीर देकर बताया कि वह सोमवार रात गांव के विवाद को निपटाने के लिए गण्यमान्य लोगों के साथ थाने गए थे। सीओ से वार्ता चल रही थी। आरोप है कि इसी दौरान सीओ व दरोगा ने बदसलूकी और मारपीट कर डाली। तहरीर देने पर भी कार्रवाई नहीं हुई।
बुधवार को ग्राम प्रधान संगठन के ब्लॉक अध्यक्ष रविंद्र उर्फ छोटा के आह्वान पर आसपास गांवों के प्रधान व गण्यमान्य लोग ब्लॉक परिसर में एकत्र हुए और धरना देकर बैठ गए। रविंद्र उर्फ छोटा ने कहा कि उनका संगठन अधिकारियों से सहयोग की अपेक्षा रखता है। गुस्साए लोगों ने सीओ व दरोगा के निलंबन की मांग कर नारेबाजी की। लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी तक दे दी गई।
एसपी देहात आदित्य बंसल ने सभी लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। एसपी देहात ने प्रकरण में जांच कर कार्रवाई कराने का आश्वासन देकर बताया कि सीओ व दरोगा को पांच-पांच दिन की छुट्टी पर भेज दिया गया है। वहीं, सीओ देवव्रत वाजपेयी ने ग्रामीणों के बीच पहुंचकर घटना पर खेद जताया।