मुजफ्फरनगर। करीब आधे घंटे चली नगरपालिका की बोर्ड बैठक में 30 प्रस्ताव सहमति से पारित कर दिए गए। वित्तीय वर्ष 2024-25 में पालिका ने शहर के विकास और अन्य मदों में कुल 346.55 करोड़ रुपये खर्च करेगी। जबकि इस वर्ष 246.45 करोड़ रुपये की आय अर्जित करने का प्रस्ताव है। सभासदों ने निर्माण, जलकल, स्वास्थ्य विभाग की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाए।
बुधवार को चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप की अध्यक्षता में शुरू हुई बोर्ड बैठक में ईओ प्रज्ञा सिंह ने सदन के समक्ष एजेंडा प्रस्तुत किया। सभासद खालिद ने एजेंडे के साथ ही सभासदों को पिछली कार्यवाही की पुष्टि भी भिजवाए जाने की मांग की। ईओ ने आगामी बैठक से इसे लागू करने का आश्वासन दिया। इसके बाद बजट प्रस्ताव रखा गया।
इसमें बताया गया कि पालिका के पास फरवरी 2024 तक 135 करोड़ 94 लाख 68 हजार 541 रुपये का धन अवशेष है और वित्तीय वर्ष 2024-25 में पालिका ने अपनी अनुमानित आय 246 करोड़ 45 लाख 10 हजार रुपये मानी है। इसके सापेक्ष 346 करोड़ 55 लाख रुपये शहर के विकास तथा अन्य मदों में खर्च करने का प्रावधान किया गया है। पालिका के इस लाभ के बजट के तहत वित्तीय वर्ष के अंत तक 35 करोड़ 84 लाख 78 हजार 541 रुपये अवशेष रहने का अनुमान है।
बोर्ड बैठक में सभासद योगेश मित्तल ने कई प्रस्तावों पर अपना एतराज जताया। उन्होंने प्रस्ताव संख्या 242, 243 और 244 में विभागीय गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए इसका परीक्षण कराने की मांग करते हुए अगली बैठक में लाने का प्रस्ताव दिया, लेकिन बहुमत के आधार पर उनकी मांग अस्वीकृत कर दी गई। सभासद अर्जुन कुमार ने प्रस्ताव संख्या 239 और 240, जिसमें जलकल विभाग के नलकूपों पर विद्युत लाइन बनाने का प्रस्ताव दिया गया है, पर एतराज जताया गया कि इसमें व्ययानुमान गलत बनाया गया है। इसका विद्युत विभाग से बिंदुवार व्ययानुमान प्रस्तुत किया जाए।
कार्यालय अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया कि करीब 30 मिनट चली बोर्ड बैठक में बजट के साथ ही कुल 30 प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किए गए हैं। इनमें 28 प्रस्ताव एजेंडे में शामिल रहे और दो प्रस्ताव चेयरपर्सन की अनुमति पर सदन की सहमति से अन्य में पारित हुए हैं। बोर्ड बैठक में पूर्व सभासद विपिन चौहान के निधन पर दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। बैठक में 55 में से 50 सभासद उपस्थित रहे।
कूड़ा निस्तारण पर नाराजगी
सभासद अब्दुल सत्तार ने कूड़ा निस्तारण के लिए काम कर रही दिल्ली की कंपनी के कार्यों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि वह टिपर वाहनों से डोर डोर कूड़ा ले रहे हैं, लेकिन जहां तंग गलियां हैं, वहा वाहन नहीं जा रहे हैं, इससे वहां कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है और लोग गलियों व सड़कों पर ही कूड़ा डाल रहे हैं, जिससे सफाई व्यवस्था ठप है। उन्होंने निस्तारण नहीं होने पर धरना देने की भी बात सदन में कही। इसके अलावा सड़कों की निम्न गुणवत्ता, पेयजल आपूर्ति, विद्युत व्यवस्था और सफाई आदि मुद्दों पर भी सभासदों ने अपनी बात रखी।
यह भी बोले सभासद
सभासद रजत धीमान और शौकत अंसारी ने कहा कि वार्डों निर्माण कार्य सभासदों को सूचना दिए बिना ही शुरू करा दिए जाते हैं, कार्यों का चयन भी सभासदों की संस्तुति पर नहीं किया जा रहा है। चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने भरोसा दिया कि सभासदों की शिकायतों का समाधान कराया जाएगा। शहर के लोगों को परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
चेयरपर्सन कराएंगी सड़क की जांच
वार्ड 53 के सभासद अनु कुरैशी ने बोर्ड में बताया कि पांच माह पहले उनके वार्ड दक्षिणी खालापार में बनी सीसी रोड टूट गई है। चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के निर्देश पर ईओ प्रज्ञा सिंह ने एई निर्माण अखंड प्रताप सिंह से 24 घंटे में जवाब देने के लिए कहा है।