फजीहत के बाद बैकफुट पर आया स्कूल प्रबंधन
छात्रा को वापस बुलाकर नियमित की पढ़ाई
- रिपोर्टः अजीत रावत, गाजियाबाद
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में 9वीं कक्षा की कथित रेप पीड़ित छात्रा का नाम काटे जाने पर मचे मवाल के बाद हुई फजीहत से स्कूल प्रशासन में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में बैकफुट पर आकर स्कूल प्रबंध-तंत्र ने छात्रा को फिर से स्कूल वापस बुला लिया है और बड़ी बहन समेत उसकी पढ़ाई फिर से नियमित कर दी है.
क्या है पूरा मामला?
पूरा मामला इंदिरापुरम स्थित मकनपुर बालिका इंटर कॉलेज का है. कुछ दिन पूर्व इस स्कूल में पढ़ने वाली एक मुस्लिम छात्रा के साथ मोहल्ले के ही एक युवक ने बहला-फुसलाकर रेप कर दिया था. साथ ही एक साल तक अश्लील फोटो और वीडियो के जरिए वो छात्रा को ब्लैकमेल कर रहा था.
पीड़िता ने पूरे मामले के संबंध में परिजनों को बताया तो पिता ने इंदिरापुरम थाने में धारा 376 (3), 506 और पोक्सो के तहत 10 जुलाई 2024 को मुकदमा दर्ज करा दिया. पुलिस ने इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया.
इन सबकी वजह से पीड़ित छात्रा स्कूल नहीं जा पा रही थी. हालांकि जांच-पड़ताल के दौरान स्कूल पहुंची पुलिस से प्रबंधन को पूरे मामले की जानकारी मिल गई थी. बावजूद इसके स्कूल प्रबंधन की तरफ से पीड़िता की बड़ी बहन को बुलाकर बताया गया कि उसकी छोटी बहन का नाम स्कूल से काट दिया गया है. अब वो स्कूल ना आए.
क्या कहते हैं पीड़ित पिता?
पीड़ित छात्रा के पिता बताते हैं, “मेरी दो बेटियां इस स्कूल में पढ़ती है. टीचर ने बड़ी बेटी को बुलाकर कहा कि तुम्हारी छोटी बहन का नाम स्कूल से काट दिया गया है. घर पर जाकर बोल देना कि अब स्कूल ना आए.”
पीड़ित छात्रा के पिता का ये भी दावा है कि “अध्यापिका ने बड़ी बेटी से ये भी कहा कि अब अपनी छोटी बहन की शादी करा देना. उसे अब स्कूल आने की जरूरत नहीं है.”
पीड़िता के पिता अब इंसाफ चाहते हैं. वो कहते हैं, “हम गरीब आदमी है. हम कहां जाएं? मेरी बेटी का भविष्य अब यहीं खत्म हो जाएगा क्या? जो उसके साथ हुआ है, उसे बदला नहीं जा सकता.”
वो कहते हैं, “हमारी बेटी अभी छोटी है. वो पढ़ना चाहती है. उसे पढ़ने दिया जाए. हमारे पास इतने पैसे नहीं है कि हम अपने बच्चों को प्राइवेट में पढ़ा सके. इसीलिए हम उन्हें सरकारी स्कूल में पढ़ा रहे हैं.”
क्या कहते हैं अधिकारी?
जिला विद्यालय निरीक्षक गाजियाबाद धर्मेंद्र शर्मा कहते हैं, “पूरे मामले की जांच कराई जाएगी. ऐसी स्थिति कदापि स्वीकार नहीं है. निश्चित रूप से छात्रा का पठन-पाठन सुनिश्चित किया जाएगा और पढ़ाई नियमित रूप से जारी रहेगी.”
क्या कहता है स्कूल प्रबंधन?
इस संबंध में स्कूल की प्रधानाचार्य अनीता वशिष्ठ कहती हैं, “छात्रा के परिजनों को कुछ कन्फ्यूजन हो गया था. अब वो क्लीयर हो गया है और मामला सुलझ गया है. बच्ची अब स्कूल में पढ़ रही है.”