UP के मुजफ्फरनगर से STF ने टाइमर बम के साथ पकड़ा जावेद, 2013 के दंगों से जुड़े हैं मास्टर माइंड के तार
यूपी के मुजफ्फरनगर शहर की काली नदी के पुल से एसटीएफ की मेरठ टीम ने जावेद नामक शख्स समेत दो लोगों को बम बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया है. एसटीएफ ने पकड़े गए आरोपी से 4 टाइमर बोतल बम (आईईडी) बरामद करने का दावा किया है. जावेद नगर कोतवाली इलाके के मिमलाना रोड का रहने वाला है.
एसटीएफ के मुताबिक, “बम एक बैग के अंदर जूतों के डिब्बे में थे. जावेद को हिरासत में लेने के बाद मेरठ से बम निरोधक दस्ते को मौके पर बुलवाकर सभी बमों को निष्क्रिय कराए गए. तुरंत ही मामले की जानकारी आईबी, इंटेलीजेंस और एटीएस को दी गई.”
एसटीएफ ने बयान जारी कर दावा किया है, “जावेद ने पूछताछ में बताया कि उसे मुजफ्फरनगर के प्रेमपुरी मोहल्ले में रहने वाली इमराना नामक महिला ने 4 टाइमर बम बनाने का 50 हजार रुपये में कॉंट्रेक्ट दिया था. इनका इस्तेमाल कहां किया जाना था, इसकी जानकारी इमराना को ही है.”
एसटीएफ के मुताबिक, “आरोपी जावेद का ननिहाल नेपाल की राजधानी काठमांडू में है और उसकी 7वीं तक की पढाई भी नेपाल में ही हुई है. जावेद के चाचा मोहम्मद अरर्शी का पटाखे बनाने का काम है. उसने बम बनाना चाचा के घर पर ही बम और बोतल बम बनाना सीखा. कुछ जानकारी उसने यूट्यूब और इंटरनेट से भी हासिल की थी.”
इस मामले में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताश यश का भी बयान आया है. अमिताश यश के मुताबिक, “मुजफ्फरनगर से दो लोगों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किए हैं. जिनके पास से 4 टाइमर बम बरामद हुए हैं.”
एडीजी ने ये भी दावा किया है कि, “पकड़े गए आरोपियों ने मुजफ्फरनगर के दंगों में भी बम बनाकर बांटे थे.”
इस मामले में नगर कोतवाली मुजफ्फरनगर में आईपीसी की धारा 286 और 4/5 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. अभी बम बनाने का कॉंट्रेक्ट देने वाली इमराना पुलिस की पकड़ से बाहर है. जिसकी तलाश में एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की छापेमार कार्रवाई जारी है.
वहीं, टाइमर बम के साथ पकड़े गए आरोपी जावेद की चाची शनारा कहती है, “वो सबकी मदद करने वाला एक अच्छा लड़का है. करीब 15 साल से हमारे साथ रह रहा था. पता नहीं किसके बहकावे में आकर उसने ये कदम उठाया, इस बात की हमे कोई जानकारी नहीं हैं.”
वो आगे बताती हैं, “जावेद कल रात करीब साढ़े नौ बजे घर से निकल गया था. लास्ट बार साढ़े दस बजे फोन पर बात हुई थी. उसने कहा था कि वो जल्दी घर आ जाएगा, लेकिन वो नहीं आया. करीब दो बजे पुलिस घर पर आई.”
बम बनाने के सवाल पर शनारा कहती हैं, “उसे कभी कुछ नहीं बनाया और ना ही कुछ किया. पूरा मोहल्ला जानता है कि वो एक शरीफ लड़का है. बम बनाने के आरोप झूठ है, गलत है.”
शनारा ने बताया, “जावेद रेडीमेड लॉवर बेचने का कार्य करता था.”