लखनऊ। एमसीए द्वितीय वर्ष के दो छात्रों को उड़नदस्ते ने नकल करते दबोच लिया। उसमें से एक छात्र ने तनावग्रस्त होकर गोमती में कूदकर खुदकुशी कर ली। सोमवार शाम गोमतीनगर में नदी में उसका शव उतराता मिला।
बड़ा चांदगंज निवासी मनोज सैनी किराना की दुकान चलाते हैं। उनके छोटे बेटे मयू सैनी (24) कुर्सी रोड स्थित लाल बहादुर शास्त्री इंस्टीट्यूट से एमसीए द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रहे थे। एसीपी गाजीपुर विकास जायसवाल के मुताबिक वर्तमान में मयू की परीक्षा चल रही थी। परीक्षा केंद्र सीतापुर रोड स्थित बंसल इंस्टीट्यूट था। 15 मार्च को मयू परीक्षा देने गए थे। जहां उड़नदस्ते ने मयू और उनके पीछे बैठे एक छात्र को नकल करते पकड़ा था। दोनों की कॉपी मैच कर रही थी। इसलिए कॉपियां जब्त कर दोनों को दूसरी कॉपी देकर नए सिरे से परीक्षा देने को कहा गया था। परीक्षा के बाद मयू घर चले गए थे। दूसरे दिन वह लाल बहादुर शास्त्री इंस्टीट्यूट गए थे। इसके बाद घर नहीं पहुंचे।
17 मार्च को गुडंबा थाने में गुमशुदगी दर्ज की गई थी। सोमवार को मयू का शव गोमती में मिला। एसीपी के मुताबिक जांच में सामने आया है कि मयू ने आत्महत्या की है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो तथ्य आएंगे और परिजन जो तहरीर देंगे उस आधार पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
परिजनों ने पुलिस को बताया कि परीक्षा देने के बाद से मयू गुमसुम थे। मतलब परीक्षा के दौरान फ्लाइंग स्क्वायड की कार्रवाई से वह तनावग्रस्त थे। पुलिस ने जब लाल बहादुर शास्त्री इंस्टीट्यूट में लगे सीसीटीवी की 16 मार्च की फुटेज देखीं तो पता चला कि सुबह 11:39 बजे मयू कॉलेज पहुंचे थे। 16 मिनट बाद 11:55 बजे वह चले गए थे।
मयू के परिवार में पिता मनोज, मां मधुलिका और बड़े भाई मामिक हैं। मामिक जनगणना विभाग में कर्मचारी हैं। पिता का कहना है कि अंदेशा है कि कॉलेज में किसी ने कुछ न कुछ ऐसा कहा है, जिससे मयू ने आहत होकर आत्मघाती कदम उठा लिया। इसलिए वह पोस्टमार्टम के बाद तहरीर देकर जांच की मांग करेंगे।