यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा (UP Police Exam) सम्पन्न हो चुकी है. इस दौरान गड़बड़ी करने वाले 244 लोग गिरफ्तार किए गए. कहीं कोई दूसरे की जगह बैठकर एग्जाम दे रहा था, तो कहीं कोई सॉल्वर गैंग पकड़ा गया. सोशल मीडिया पर पेपर लीक की खबरें भी तैरती रहीं.
यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा (UP Police Constable Recruitment Exam) सम्पन्न हो चुकी है. इस दौरान गड़बड़ी करने वाले 244 लोग गिरफ्तार किए गए. कहीं कोई दूसरे की जगह बैठकर एग्जाम दे रहा था, तो कहीं कोई सॉल्वर गैंग पकड़ा गया. सोशल मीडिया पर पेपर लीक की खबरें भी तैरती रहीं. इसको लेकर खुद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि पुलिस भर्ती परीक्षा 2024 के सभी सत्रों का पेपर लीक होने की न्यूज सोशल मीडिया पर स्क्रीनशॉट के साथ फैल रही है, जिससे लाखों बेरोजगार युवाओं में आक्रोश का माहौल है.
बता दें कि UP Police कॉन्स्टेबल की 60244 रिक्तियों के लिए दो दिवसीय भर्ती परीक्षा 17 फरवरी 2024 से शुरू हुई. इस भर्ती परीक्षा में 48 लाख से ज्यादा उम्मीदवार बैठे. परीक्षार्थियों की इतनी बड़ी संख्या के मद्देनजर प्रदेश के सभी 75 जिलों में 2385 परीक्षा केंद्र बनाए गए. हालांकि, कड़ी सुरक्षा और सख्त पहरे के बीच आयोजित हुई इस परीक्षा के पेपर लीक होने की खबर सामने आ रही हैं.
सोशल मीडिया पर पेपर के कुछ स्क्रीनशॉट्स और फोटोज के साथ दावा किया जा रहा है कि 17 फरवरी को दूसरी शिफ्ट में आयोजित हुई यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया है. सोशल मीडिया यूजर्स ‘एक्स’ (पहले ट्विटर) पर दावा कर रहे हैं कि सेकंड शिफ्ट का पेपर आंसर-की के साथ वायरल हो रहा है.
UPPPRB ने किया खंडन
इन दावों के बीच यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड (UPPPRB) ने ट्वीट कर जरूरी जानकारी दी है. UPPPRB ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर ट्वीट कर पेपर लीक के दावों को गलत बताया है. बोर्ड का कहना है कि सोशल मीडिया पर पेपर लीक को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है. UPPPRB ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘प्रारंभिक जांच में पाया गया कि अराजक तत्वों द्वारा ठगी के लिए Telegram की Edit सुविधा का प्रयोग कर सोशल मीडिया पर पेपर लीक संबंधी भ्रम फैलाया जा रहा है. बोर्ड एवं @Uppolice इन प्रकरणों की निगरानी के साथ इनके सोर्स की गहन जांच कर रहा है.
बलिया में पकड़े गए 14 लोग
न्यूज एजेंसी को अधिकारियों ने रविवार को बताया कि बलिया जिले में चल रही पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा में कथित धोखाधड़ी के आरोप में पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें एक वन विभाग और एक स्वास्थ्य विभाग का तकनीशियन सहित तीन गिरोहों के 11 सदस्य और तीन लोग कथित तौर पर परीक्षा में अभ्यर्थी के रूप में शामिल थे.
बलिया के पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने कहा कि पुलिस ने तीन गिरोहों का भंडाफोड़ किया है जो पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा को बाधित करने की कोशिश कर रहे थे और 14 लोगों को गिरफ्तार किया है.
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में सुल्तानपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग में एक लैब तकनीशियन अभय कुमार श्रीवास्तव और मध्य प्रदेश के कटनी जिले में वन विभाग में एक कांस्टेबल फतेहबहादुर राजभर शामिल है.
पुलिस ने तीन लोगों को भी गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर पंजीकृत उम्मीदवारों के स्थान पर परीक्षा दे रहे थे.
गोंडा में 3 लोग गिरफ्तार
गोंडा जिले में पुलिस ने कॉन्स्टेबल भर्ती प्रक्रिया के संबंध में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक उम्मीदवार के रूप में खुद को पेश करने वाला भी शामिल है.
गोंडा के पुलिस अधीक्षक विनीत जयसवाल ने बताया कि बिहार के नालंदा जिले के निवासी कुंदन कुमार चौधरी को स्थानीय पुलिस की मदद गोंडा के पुलिस अधीक्षक विनीत जयसवाल ने बताया कि बिहार के नालंदा जिले के निवासी कुंदन कुमार चौधरी को स्थानीय पुलिस की मदद की जगह परीक्षा दे रहा था.
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि तन्मय और हरेंद्र कुमार, दोनों ने कॉन्स्टेबल भर्ती प्रक्रिया के लिए आवेदन किया था, उन्हें रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस अधीक्षक ने आगे बताया कि चौधरी और दोनों प्रत्याशियों के बीच छह लाख रुपये में सौदा तय हुआ था. वह शनिवार को दूसरी पाली में नवाबगंज के एक परीक्षा केंद्र पर तन्मय की जगह परीक्षा दे रहा था और रविवार को गोंडा शहर के एक अन्य केंद्र पर उसे हरेंद्र की जगह परीक्षा देनी थी. फिलहाल, तीनों के खिलाफ नवाबगंज थाने में मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने शनिवार को कहा था कि अभी तक कुल 122 लोग गिरफ्तार किए गए. एटा, मऊ, प्रयागराज, सिद्धार्थनगर, गाजीपुर, आज़मगढ़, गोरखपुर, जौनपुर, फिरोजाबाद, कौशाम्बी, हाथरस, झांसी, वाराणसी, आगरा, कानपुर, बलिया, देवरिया और बिजनौर से ये गिरफ्तारी हुई है. हालांकि, रविवार तक 244 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं.
प्रशांत कुमार ने लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में दो परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण भी किया था. उन्होंने बताया कि 17-18 फरवरी को दो पालियों में हो रही परीक्षा में 48 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए.
244 लोगों पर कसा शिकंजा
पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा में कथित तौर पर अनुचित साधन अपनाने या अपनाने की योजना बनाने के आरोप में पिछले तीन दिनों में पूरे उत्तर प्रदेश में पुलिस ने 244 लोगों को या तो गिरफ्तार किया है या हिरासत में लिया है. राज्य पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, ये गिरफ्तारियां या हिरासत 15 फरवरी से 18 फरवरी शाम 6 बजे तक की गईं.
ये गिरफ्तारियां और हिरासतें स्थानीय खुफिया जानकारी की मदद से जिला पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की इकाइयों द्वारा की गईं. रविवार को डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा, “गिरफ्तार या हिरासत में लिए गए आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उनसे पूछताछ की जा रही है. (परीक्षा में) अनुचित साधन अपनाने में शामिल लोगों और गिरोहों को पकड़ा जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.”
उन्होंने कहा, “अधिकांश गिरफ्तारियां इससे पहले की गईं, जब आरोपी अनुचित तरीके अपनाकर परीक्षा को भंग करने की अपनी नापाक योजनाओं को अंजाम दे पाते.”