इटावा: थाना सिविल लाइन इलाके के वृंदावन कालोनी की घटना है जहा दारोगा सतेंद्र वर्मा ने गोली मारकर आत्महत्या की। सत्येंद्र वर्मा ने अपने साथी दरोगा की पिस्टल से अपने कनपटी पर गोली मारी है। मौके पर साथी दरोगा उन्हें अस्पताल लेकर गया जहां पर डॉक्टरों ने मृत्यु घोषित कर दिया।
सत्येंद्र वर्मा वृंदावन कॉलोनी में किराए का कमरा लेकर पत्नी सविता वर्मा,बेटी आस्था और बेटे अनुराग के साथ रहते थे।उसी कॉलोनी में उनके साथ का दरोगा भी रहता था। रविवार को शाम 7 बजे उनका साथी उनके कमरे पर आया। इसी दौरान सत्येंद्र वर्मा ने साथी की सर्विस रिवॉल्वर से कनपटी में गोली मार ली और गोली सिर के पार हो गई। जिससे वह खून से लतपथ होकर गिर पड़े। इसके बाद साथी दरोगा व उनकी पत्नी सविता वर्मा के साथ आनन फानन में सत्येंद्र वर्मा को मुख्यालय के डॉक्टर भीमराव अंबेडकर राजकीय संयुक्त चिकित्सालय लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पत्नी का आरोप छुट्टी ना मिलने के चलते की आत्महत्या
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि सत्येंद्र वर्मा 2018 बैच के दरोगा थे। वह अपने पिता की मौत के बाद पुलिस सेवा में आए थे। दरोगा सत्येंद्र वर्मा की आत्महत्या के बाद पत्नी और बच्चों का रो रो कर बुरा हाल है। दरोगा की पत्नी सविता का आरोप है कि उनके पति पुलिस अधिकारी से लगातार छुट्टी की मांग कर रहे थे,लेकिन कप्तान की ओर से उन्हें छुट्टी नहीं दी जा रही थी। इसके चलते उन्होंने आत्महत्या कर ली।
हरदोई के रहने वाले सत्येंद्र वर्मा 37 वर्ष इटावा के सिविल लाइन थाने में दरोगा के पद पर तैनात थे। मामले की जांच करवाई जा रही है। जो भी तथ्य निकलकर आएंगे,उनके आधार पर जांचकर कार्यवाही की जाएगी। इनके साथ इनकी पत्नी सविता वर्मा,बेटी आस्था और बेटे अनुराग के साथ रहते थे। घटना दुखद और संवेदनशील है। पूरा विभाग घटना से आहत है।
आत्महत्या करने की सही वजह स्पष्ट नहीं हो पा रही है। घटना की सूचना मिलने पर जिलाधिकारी अवनीश राय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार,पुलिस उपाधीक्षक अमित कुमार सिंह, एसपी सिटी अभय नाथ त्रिपाठी समेत कई पुलिस अधिकारी घटनास्थल पहुंचे और आत्महत्या करने वाले कमरे को सीज कर दिया गया है। फोरेंसिक टीम जांच के लिए घटनास्थल पहुंच गई। पुलिस के आलाधिकारी घटना की जानकारी जुटा रहे हैं।