कर्नाटक से 1.30 करोड़ की सुपारी लेकर दिल्ली के लिए चले ट्रक को मेव गैंग ने गायब कर दिया था। इसके बाद सुपारी को कानपुर नगर के व्यापारी को बेच दिया गया। मामले में आगरा के सैंया थाना में मुकदमा दर्ज हुआ। एसटीएफ ने जांच के बाद पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। माल भी बरामद किया है।
एसटीएफ के मुताबिक, फरवरी में व्यापारी कांता राजू एसआर ने ट्रक में कर्नाटक से दिल्ली 1.30 करोड़ की सुपारी भेजी थी। मगर, रास्ते में चालक ट्रक सहित गायब हो गया। इस पर उन्होंने थाना सैंया में मुकदमा दर्ज किया। घटना के खुलासे के लिए एसटीएफ के निरीक्षक हुकुम सिंह और यतेंद्र शर्मा सहित टीम को लगाया गया। मंगलवार को एक आरोपी आसिफ को पकड़ा गया।
निरीक्षक ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि आसिफ ट्रक का क्लीनर है। जिस ट्रक से सुपारी भेजी गई थी, उसका मालिक मेवात का इब्राहिम है। उनका गैंग है। उन्होंने सुपारी को बेचने की योजना बनाई थी। सुपारी कानपुर के गिरिराज ट्रेडर्स में रखी होने की जानकारी आसिफ ने दी थी। इस पर टीम ने दबिश देकर अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
बिना बिल के भेजी थी सुपारी
आरोपी जय कुमार कानपुर में सुपारी का व्यापार करता है। जीत सिंधी की गुवाहाटी में ट्रांसपोर्ट है। ट्रांसपोर्ट से जय कुमार का सामान आता है। इस कारण दोनों की जान पहचान थी। जीत सिंधी ने जय कुमार को फोन किया। बताया कि उसके पास कर्नाटक के व्यापारी कांता राजू एसआर की बिना बिल की सुपारी है, जिसे वो दिल्ली भेज रहा है। सुपारी को खरीदने के लिए बात कर ली।
25 लाख में बेच दिया
जय कुमार, सलमान पाशा, जीत के साथ झांसी पहुंचा। माल को वाहन स्वामी इब्राहिम से 25 लाख रुपये में खरीद लिया। कानपुर में अमित गुप्ता उर्फ रिंकल से 1.10 करोड़ में बेचना तय किया। इसे गिरिराज ट्रेडर्स में रखवा दिया। मुकदमे की जानकारी पर आरोपी छिप गए थे। पुलिस अब ट्रक चालक और मालिक सहित अन्य की तलाश में लगी है।
इनकी हुई गिरफ्तारी
एसटीएफ ने अजमेर, राजस्थान निवासी जीत सिंधी उर्फ जितेंद्र मूल चंदानी, गुजरात के हिम्मतनगर निवासी जय कुमार, मुरादाबाद निवासी सलमान पासा, कानपुर नगर निवासी विमल गुप्ता और हरियाणा के मेवात निवासी आसिफ को गिरफ्तार किया है। उनसे 350 बोरी सुपारी, छह मोबाइल, आधार कार्ड, आई कार्ड और 10150 रुपये बरामद किए गए हैं।