गोरखपुर। शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों से बचकर लूट करने वाले दो चचेरे भाइयों को कैंट पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी पहले बाइक चोरी करते थे और फिर उसी बाइक से लूट करने के बाद बाइक को लावारिस हाल में अमरूद बाग या फिर कुसम्ही जंगल में छोड़ दिया करते थे। इनके पास से पुलिस को एक चाबी मिली है, जिसकी मदद से यह 2017 से पहले की बाइक के लाॅक को आसानी से खोल लिया करते थे। आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेजा गया।
आरोपियों की पहचान चौरीचौरा के राघोपुर मुंडेरा बाजार निवासी हर्ष जायसवाल और विकास जायसवाल के रूप में हुई है। पूर्व में भी दोनों लूट में जेल जा चुके हैं। आरोपियों के पास से पुलिस ने लूटे गए तीन मोबाइल फोन, चोरी की दो बाइक बरामद कर लिया है।
एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई व एएसपी अंशिका वर्मा ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर पकड़े गए बदमाशों के बारे में जानकारी दी। एसपी ने बताया कि हाल के दिनों में मोबाइल फोन और बाइक चोरी की घटनाएं सामने आने के बाद पुलिस टीम लगी थी।
पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज भी मिला, जिसमें लूट की वारदात करते आरोपी दिखाई दे रहे थे, लेकिन उस बाइक नंबर को तलाशते हुए पुलिस जब बाइक मालिक के घर पहुंची तो पता चला कि बाइक दो दिन पहले ही चोरी हो गई है। इसके बाद बाइक पुलिस को लावारिस हाल में तरकुलहा में मिली।
पुलिस सीसीटीवी की मदद से ही जांच कर रही थी। इसी बीच कैंट प्रभारी रणधीर मिश्रा, मोहद्दीपुर चौकी इंचार्ज शुभम श्रीवास्तव को मुखबिर के जरिए जानकारी मिली कि दो युवक बाइक चोरी करने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गई और आरोपियों को रंगेहाथ गिरफ्तार ली। पूछताछ में आरोपियों ने छह वारदात करने की बात कबूल की है।
अंगुली के इशारे से करते थे बातचीत
दोनों आपस में अंगुली के इशारे से बातचीत किया करते थे। इनके पास से मिली चाबी से 2017 के पहले की सभी बाइक का लॉक आसानी से खुल जाता है। एक जब बाइक चोरी करने जाता था तो दूसरा एक अंगुली दिखाया तो इसका मतलब की चाबी उसे दो और तुम रेकी करो। दो अंगुली दिखाने का मतलब मोबाइल पर बातचीत करों और वह कोशिश कर है।