अमेठी सिटी। जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट परिसर में सोमवार की दोपहर अफरा-तफरी मच गई। दरअसल, बाजार शुकुल थाने के एक गांव निवासी महिला ने सोमवार को सामूहिक दुष्कर्म के मामले में कार्रवाई न होने पर कलेक्ट्रेट में अपने ऊपर मिट्टी का तेल डाल लिया। जब तक वह माचिस निकालती तब तक मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पीड़ित महिला का आरोप है कि आठ मार्च की शाम को सात बजे शौच के लिए घर से बाहर निकली थी, तभी कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया। आरोप है कि उन लोगों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। साथ ही जान से मारने की भी कोशिश की। आरोप है कि उसकी कान की बाली, मंगलसूत्र व पायल भी छीन लिया। पीड़िता का आरोप है कि इस घटना की सूचना उसने थाने पर दी। पुलिस ने उसे दिनभर थाने में बैठाए रखने के बाद भी उसका मुकदमा नहीं दर्ज किया। उसने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने बताया कि अधिकारियों से भी शिकायत की लेकिन, किसी ने उसकी नहीं सुनी।
जुट गई भीड़
कलेक्ट्रेट में महिला के केरोसिन डालने की घटना के बाद काफी भीड़ जमा हो गई। अधिवक्ताओं से लेकर वादकारी तक एकत्र हो गए। गौरीगंज कोतवाल शिवाकांत त्रिपाठी व एसओ महिला थाना ममता रावत ने मौके पर पहुंचकर महिला को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया। सीएमएस डॉ. बीपी अग्रवाल का कहना है कि महिला को भर्ती किया गया है। उसकी हालत स्थिर है।
एसपी बोले- दुष्कर्म का आरोप संदिग्ध
एसपी अनूप सिंह का कहना है कि वर्ष 2021 में महिला ने इन्हीं व्यक्तियों और अपने पति के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा पंजीकृत कराया था। इस मामले में आरोपपत्र दाखिल किया गया था। आरोपी जेल भेज दिए गए थे। बताया कि पूरा मामला यह है कि महिला के पति ने वर्ष 2019 में अपनी जमीन को विपक्षी को बेचा गया था। इसकी दाखिल खारिज भी हो चुकी है। अभी यह महिला उसी घर में रह रही है। खरीदार अभी तक कब्जा नहीं पा सके हैं। बताया कि महिला को आशंका है कि दाखिल खारिज होने के बाद खरीदार इस पर कब्जा करने का प्रयास करेंगे। एसपी का दावा है कि इसी को लेकर महिला ने दुष्कर्म व अन्य आरोप लगाए हैं। दुष्कर्म का आरोप संदिग्ध है। जांच कराई गई तो आरोपियों की लोकेशन घटनास्थल से अलग मिली है।