अमित सैनी
मुज़फ़्फ़रनगर से ‘द एक्स इंडिया’ के लिए
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में नए साल का पहला दिन कड़ाके की ठंड और खराब वायु गुणवत्ता के साथ शुरू हुआ है. न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, लेकिन शीत लहर और 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही ठंडी हवाओं के चलते यह तापमान 5 डिग्री जैसा महसूस हुआ.
शहर में सुबह के समय ठंड का असर साफ नजर आया. लोग गर्म कपड़ों में लिपटे दिखे और अधिकांश लोग घरों के अंदर ही रहना पसंद कर रहे हैं. बाहर निकलने वालों ने अलाव का सहारा लिया, लेकिन ठंडी हवाओं ने मुश्किलें और बढ़ा दीं.
प्रदूषण स्तर खतरनाक श्रेणी में
ठंड के साथ प्रदूषण भी मुजफ्फरनगर के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है. 31 दिसंबर की दोपहर को शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 127 था, जो नए साल के पहले दिन सुबह बढ़कर 146 तक पहुंच गया. यह ‘खराब’ श्रेणी में आता है और खासतौर पर बच्चों, बुजुर्गों और श्वसन संबंधी बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए खतरनाक है.
लोगों को सलाह
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को सुबह-शाम ठंडी हवाओं से बचने और जरूरी होने पर ही बाहर निकलने की सलाह दी है. साथ ही, मास्क का इस्तेमाल करने और घर के अंदर ही रहने पर जोर दिया गया है.
प्रशासन की तैयारी
प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए ठंड और प्रदूषण से निपटने के लिए कदम उठाए हैं. सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है, और लोगों से अपील की गई है कि वे प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों से बचें.
नए साल का पहला दिन मुजफ्फरनगर के लिए मौसम और पर्यावरण दोनों ही मोर्चों पर चुनौतीपूर्ण रहा है. ठंड और प्रदूषण से बचने के लिए सतर्कता बेहद जरूरी है.