पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के बुढ़ाना ब्लॉक के खेड़ी गनी गांव में क्षतिग्रस्त मुख्य मार्ग और गंदे पानी का जलभराव ग्रामीणों के लिए गंभीर समस्या बन गया है। इस मार्ग से श्मशान घाट और कब्रिस्तान तक अर्थी ले जाना एक कठिन चुनौती बन चुका है। हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें ग्रामीण गंदे पानी और कीचड़ से गुजरते हुए अर्थी को श्मशान घाट तक ले जाते दिखे। ग्रामीणों ने इस समस्या को तहसील दिवस में उठाया, लेकिन कोई समाधान नहीं मिला।
जलभराव की समस्या
खेड़ी गनी के मोहम्मदपुर राय सिंह मार्ग पर करीब दो फीट गंदा पानी और कीचड़ जमा है। नालियों की सफाई न होने और मार्ग के क्षतिग्रस्त होने से यह स्थिति बनी है। इस रास्ते से न केवल अर्थी ले जाना मुश्किल है, बल्कि स्कूल जाने वाले बच्चे और दैनिक आवागमन करने वाले लोग भी परेशान हैं। गंदे पानी के कारण दुर्गंध और मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है।
ग्राम प्रधान पर आरोप
ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान और सचिव पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि इस समस्या से ग्राम प्रधान को कई बार अवगत कराया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। तहसील दिवस में भी शिकायत के बावजूद स्थिति जस की तस है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की उदासीनता के कारण उनकी रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित हो रही है।
कार्रवाई की मांग
खेड़ी गनी गांव में गंदे पानी और क्षतिग्रस्त मार्ग की समस्या ने ग्रामीणों का जीना मुहाल कर दिया है। श्मशान घाट तक अर्थी ले जाना तक दूभर हो गया है। प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से ग्रामीणों ने तत्काल कार्रवाई की मांग की है, ताकि इस नारकीय स्थिति से निजात मिले और बीमारियों का खतरा टल सके।
