आज की भागदौड़ भरी जिंदगी और डेस्क जॉब के कारण लंबे समय तक बैठे रहना आम हो गया है, जिससे मोटापा और उससे जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। गलत खानपान, तनाव और शारीरिक निष्क्रियता ने इस समस्या को और गंभीर बना दिया है।
ऐसे में योग न केवल वजन नियंत्रण का प्रभावी साधन है, बल्कि यह मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देता है। आयुष मंत्रालय द्वारा सुझाए गए कुछ योगासन, जैसे सूर्य नमस्कार, धनुरासन, सेतु बंध सर्वांगासन, और नौकासन, नियमित अभ्यास से मोटापा कम करने में मददगार हैं।
मोटापे की चुनौती और योग का महत्व
आधुनिक जीवनशैली में लंबे समय तक बैठे रहने से मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे कैलोरी बर्न होने की गति कम होती है। इससे पेट, कमर और जांघों पर चर्बी जमा होने लगती है। योग इन समस्याओं का समाधान करता है, क्योंकि यह न केवल शारीरिक गतिविधि बढ़ाता है, बल्कि पाचन तंत्र, हार्मोन संतुलन और मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।
नियमित योग अभ्यास से न सिर्फ वजन नियंत्रित होता है, बल्कि डायबिटीज, हाइपरटेंशन और तनाव जैसी समस्याएं भी कम होती हैं।
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धनुरासन: पेट की चर्बी का दुश्मन
धनुरासन एक शक्तिशाली योग मुद्रा है, जिसमें शरीर धनुष की तरह मुड़ता है। इसमें पैरों को हाथों से पकड़कर पीछे की ओर खींचा जाता है, जिससे पेट और कमर की मांसपेशियां सक्रिय होती हैं। यह आसन पाचन तंत्र को मजबूत करता है, कब्ज से राहत देता है और पीठ को लचीला बनाता है।
हालांकि, पेट के अल्सर या गंभीर पाचन समस्याओं से ग्रस्त लोगों को इसे करने से बचना चाहिए। रोजाना 5-10 मिनट का अभ्यास वजन घटाने में कारगर है।
सूर्य नमस्कार: पूरे शरीर की कसरत
सूर्य नमस्कार 12 मुद्राओं का एक समूह है, जो शरीर में लचीलापन, ताकत और ऊर्जा लाता है। रोजाना 12 राउंड करने से कैलोरी तेजी से बर्न होती है और मेटाबॉलिज्म सुधरता है। यह पेट, कमर और जांघों की चर्बी घटाने के साथ-साथ हृदय स्वास्थ्य और पाचन शक्ति को बढ़ाता है।
इसे सुबह खाली पेट करने से सर्वोत्तम परिणाम मिलते हैं। शुरुआती लोग 4-6 राउंड से शुरू कर सकते हैं।
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सेतु बंध सर्वांगासन और नौकासन
सेतु बंध सर्वांगासन रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है और थायरॉयड ग्रंथि को सक्रिय कर हार्मोन संतुलन में मदद करता है। यह पेट और जांघों की चर्बी कम करने के साथ तनाव से राहत देता है।
वहीं, नौकासन पेट की मांसपेशियों पर केंद्रित होता है, जिससे शरीर नाव की आकृति में आता है। यह पाचन, रक्त संचार और फेफड़ों की क्षमता को बेहतर बनाता है। दोनों आसनों को 10-30 सेकंड तक रोजाना करने से मोटापा तेजी से कम होता है।
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योग: एक प्राकृतिक और प्रभावी तरीका
योग मोटापे से निपटने का एक प्राकृतिक और प्रभावी तरीका है, जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को संतुलित करता है। धनुरासन, सूर्य नमस्कार, सेतु बंध सर्वांगासन, और नौकासन जैसे योगासनों का नियमित अभ्यास न केवल वजन घटाता है, बल्कि जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों को भी रोकता है।
रोजाना 20-30 मिनट योग करने से आप स्वस्थ और ऊर्जावान रह सकते हैं। आयुष मंत्रालय के इन सुझावों को अपनाकर आप अपनी फिटनेस यात्रा शुरू कर सकते हैं।