Home » विविध इंडिया » त्रिपुरा: डिटेंशन सेंटर से 12 बांग्लादेशी घुसपैठिए फरार, तलाश में छापेमारी तेज

त्रिपुरा: डिटेंशन सेंटर से 12 बांग्लादेशी घुसपैठिए फरार, तलाश में छापेमारी तेज

Facebook
Twitter
WhatsApp

अगरतला. त्रिपुरा की राजधानी अगरतला के नार्सिंघर क्षेत्र में स्थित अस्थायी डिटेंशन सेंटर से 12 बांग्लादेशी घुसपैठियों के फरार होने की सनसनीखेज घटना सामने आई है। ये सभी अपनी सजा पूरी कर चुके थे और बांग्लादेश वापस भेजे जाने की प्रक्रिया में थे। राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने रविवार को इस घटना की पुष्टि की और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।

नेपाल में बाढ़-भूस्खलन की त्रासदी पर पीएम मोदी ने जताया दुख, भारत की ओर से हरसंभव मदद का वादा

यह घटना उत्तर त्रिपुरा के धर्मनगर उप-जेल से 29 सितंबर को छह कैदियों के फरार होने के कुछ ही दिन बाद हुई है। उस घटना में बांग्लादेशी घुसपैठियों, नशा तस्करों और एक उम्रकैद की सजा काट रहे कैदी ने जेल गार्ड पर हमला कर भागने में सफलता हासिल की थी।

दार्जिलिंग में प्रलय: भारी बारिश और भूस्खलन से 13 मौतें, पर्यटन पर ब्रेक

सोशल वेलफेयर विभाग के निदेशक तपन कुमार दास ने नार्सिंघर डिटेंशन सेंटर का दौरा करने के बाद बताया कि फरार हुए सभी 12 व्यक्ति बांग्लादेशी नागरिक हैं, जिन्होंने अपनी न्यायिक सजा पूरी कर ली थी। वे डिपोर्टेशन की औपचारिकताओं के पूरा होने का इंतजार कर रहे थे। दास ने बताया कि इन बंदियों को सामान्य रूप से 15 दिन से एक महीने तक अस्थायी डिटेंशन सेंटर में रखा जाता है। 29 सितंबर की घटना में भागे 12 लोगों में से एक को दोबारा पकड़ लिया गया है।

उत्तराखण्ड के आईपीएस अधिकारी को संयुक्त राष्ट्र की प्रतिष्ठित भूमिका में चयन: वैश्विक मंच पर भारत की गौरवशाली उपस्थिति

दास ने यह भी बताया कि सोशल वेलफेयर विभाग केंद्र में भोजन, आवास और अन्य जरूरी सुविधाएं मुहैया कराता है, जबकि सुरक्षा की जिम्मेदारी गृह विभाग के पास है। वर्तमान में नार्सिंघर डिटेंशन सेंटर में 95 बंदी हैं, जिनमें ज्यादातर बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिक हैं। इसके अलावा, पांच नाइजीरियाई और एक फ्रांसीसी नागरिक भी यहां मौजूद हैं।

मालदा मंडल में आरपीएफ की बड़ी कार्रवाई: ट्रेन पर पथराव करने वाला युवक गिरफ्तार

राज्य प्रशासन ने फरार बंदियों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया है। साथ ही, इस सुरक्षा चूक की गहन जांच के आदेश दिए गए हैं ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।

ADVT_WhatsAPP_The X India_Web

टॉप स्टोरी

ज़रूर पढ़ें