अमित सैनी
मुज़फ़्फ़रनगर से ‘द एक्स इंडिया’ के लिए
मुज़फ़्फ़रनगर। बिजली विभाग में भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते बुढ़ाना ग्रामीण बिजलीघर के अवर अभियंता (जेई) अखिलेश कुमार सरोज को सस्पेंड कर दिया गया है। अधीक्षण अभियंता-द्वितीय संजय शर्मा ने यह कार्रवाई की।
रिश्वतखोरी के गंभीर आरोप
बुढ़ाना के ग्रीन हॉस्पिटल से 11 हज़ार की विद्युत लाइन का स्टीमेट बनाने के लिए जेई अखिलेश सरोज ने 40 हज़ार रुपये की रिश्वत ली थी। यह मामला तब सामने आया जब रालोद विधायक राजपाल सिंह बालियान के हस्तक्षेप के बाद हॉस्पिटल प्रबंधन को यह राशि वापस करनी पड़ी।
रिश्वत के बाद बढ़ाया स्टीमेट
रकम वापसी से नाराज जेई ने बदले की कार्रवाई करते हुए 49 हज़ार रुपये का स्टीमेट बढ़ाकर 1 लाख 32 हज़ार रुपये कर दिया। इस घटना ने विभाग में जेई की कार्यशैली और भ्रष्टाचार को उजागर कर दिया।
कई अन्य शिकायतें भी आईं सामने
जौला और आसपास के अन्य गांवों से भी जेई के खिलाफ रिश्वतखोरी और काम में लापरवाही की शिकायतें सामने आई थीं। विधायक राजपाल बालियान ने इन शिकायतों के आधार पर बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर जेई की करतूतों का भंडाफोड़ किया।
जांच में आरोप साबित
बुढ़ाना के अधिशाषी अभियंता द्वारा की गई जांच में आरोप सही पाए गए। इसके अलावा, जेई बकाया बिलों की रिकवरी में असफल रहे और बिजली चोरी रोकने में भी नाकाम साबित हुए।
निलंबन का आदेश
सभी आरोपों के मद्देनजर अधीक्षण अभियंता (ग्रामीण)-द्वितीय संजय शर्मा ने तत्काल प्रभाव से जेई अखिलेश कुमार सरोज को निलंबित कर दिया। इस कार्रवाई के बाद बिजली विभाग में हड़कंप मच गया है।