पटना. बिहार में नीतीश कुमार के समर्थन में लगे ‘टाइगर जिंदा है’ पोस्टरों पर राजद ने तंज कसा है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि भाजपा अभी तक यह मानने को तैयार नहीं है कि नीतीश कुमार राजनीतिक रूप से जिंदा हैं, इसलिए जदयू को खुद ही पोस्टर लगाकर याद दिलाना पड़ रहा है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, “शुक्रवार के बाद नीतीश को अपने लिए नया टाइटल तलाशना होगा।”
एजाज अहमद ने आईएएनएस से बातचीत में दावा किया कि भाजपा नीतीश को महाराष्ट्र के एकनाथ शिंदे की तरह बनाना चाहती है, जबकि जदयू उन्हें ‘टाइगर’ दिखाने की कोशिश कर रही है। उनके मुताबिक यह सब महज एक नकली सियासी ड्रामा है।
एग्जिट पोल के आंकड़ों पर सीधा हमला बोलते हुए राजद प्रवक्ता ने कहा, “ये सारे एग्जिट पोल पूरी तरह मनगढ़ंत और पहले से लिखी गई स्क्रिप्ट हैं। इनमें न तो सैंपल साइज बताया गया, न सर्वे की जगहें और न ही किससे बात हुई। अमित शाह ने पहले ही 160 सीटों का आंकड़ा उछाला था, अब सारी एजेंसियां उसी के इर्द-गिर्द नाच रही हैं। भाजपा आईटी सेल ने जो नंबर दिए, वही बिना जांचे चैनलों पर परोस दिए गए। यह जनता को गुमराह करने की सोची-समझी साजिश है।”
उन्होंने विश्वास जताया कि बिहार की जनता ने इस बार पूरी तरह बदलाव के पक्ष में वोट दिया है। एजाज ने दावा किया, “72 लाख से ज्यादा लोगों ने तेजस्वी यादव और महागठबंधन को समर्थन दिया है। असली जनादेश बदलाव का है। लोग बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार से तंग आ चुके हैं। 14 नवंबर को नतीजे आएंगे और 18 नवंबर को बिहार में ‘रोजगार और कलम’ की सरकार बनेगी।”
राजद नेता ने कहा कि उनकी पार्टी ‘400 पार’ जैसे हवाई आंकड़े नहीं गढ़ती, बल्कि जनता का असली मूड ही सामने लाती है। अब सभी की नजरें 14 नवंबर पर टिकी हैं – क्या बिहार में सचमुच बड़ा उलटफेर होने जा रहा है या एग्जिट पोल की भविष्यवाणी ही सच साबित होगी?





