बिहार के 121 विधानसभा क्षेत्रों में 6 नवंबर को पहले चरण का मतदान होगा, जहां नामांकन प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है… चुनाव आयोग ने कड़ी सुरक्षा और वीडियोग्राफी के साथ पारदर्शिता सुनिश्चित की।
पटना। बिहार की राजनीतिक गलियों में धमासान मचने को तैयार बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का आगाज हो चुका है। 10 अक्टूबर को भारतीय निर्वाचन आयोग ने पहले चरण के 121 विधानसभा क्षेत्रों के लिए गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया, जो लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 15(2) के तहत बिहार राज्यपाल की मंजूरी से आया।
यह अधिसूचना न केवल चुनावी मैदान सजाने का संकेत है, बल्कि 243 सीटों वाली इस सभा में नई सरकार के निर्माण की नींव भी रखती है। उम्मीदवारों के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर तय की गई है, जबकि 18 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी।
नाम वापसी की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है। यह समयसीमा पार्टियों के लिए रणनीति बनाने का सुनहरा मौका है, जहां एनडीए और महागठबंधन अपनी ताकत आजमाएंगे।
वीडियोग्राफी और सीमित एंट्री
चुनाव आयोग ने नामांकन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। नामांकन केंद्रों के आसपास भारी सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे, जहां प्रत्याशी के साथ अधिकतम तीन वाहन और पांच व्यक्ति (प्रस्तावक सहित) ही प्रवेश कर सकेंगे।
पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी अनिवार्य होगी, जो किसी भी अनियमितता को रोकने का मजबूत हथियार बनेगी। आयोग का यह फैसला 2020 के चुनावों में हुईं शिकायतों से सबक लेता है, जहां नामांकन के दौरान हंगामे आम थे।
अब 8.50 लाख अधिकारियों की फौज—जिसमें 4.53 लाख मतदानकर्मी, 2.50 लाख पुलिसकर्मी, 28,000 मतगणना कर्मी और 18,000 माइक्रो ऑब्जर्वर शामिल हैं—चुनाव को सुचारू बनाने में जुटी हुई है।
पर्यवेक्षकों की फौज, हर सीट पर नजर
इस बार बिहार में पहली दफा सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में सामान्य पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं, जो राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों से नियमित संपर्क रखेंगे। इसके अलावा, 38 पुलिस पर्यवेक्षक और 67 व्यय पर्यवेक्षक भी मैदान में उतरेंगे, जो खर्च पर नकेल कसेंगे और कानून-व्यवस्था बनाए रखेंगे।
ये पर्यवेक्षक किसी भी समस्या का तुरंत समाधान सुनिश्चित करेंगे, खासकर उन क्षेत्रों में जहां जातिगत समीकरण जटिल हैं। आयोग का यह कदम मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) से जुड़ा है, जो जून 2025 में शुरू हुआ था और 7.4 करोड़ मतदाताओं को शामिल करने का लक्ष्य रखता है, जिसमें 14 लाख नए वोटर हैं।
पहले चरण की जंग: 121 सीटों पर 6 नवंबर को धमाल
पहले चरण में 121 विधानसभा क्षेत्रों का फैसला 6 नवंबर 2025 को होगा, जो सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगा। इसमें पटना, दरभंगा, मधेपुरा, सहरसा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, शेखपुरा, नालंदा, बक्सर और भोजपुर जिलों की सीटें शामिल हैं।
ये क्षेत्र नितीश कुमार की जेडीयू, तेजस्वी यादव की आरजेडी और भाजपा के लिए निर्णायक साबित होंगे।
दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा, जबकि सभी चरणों की मतगणना 14 नवंबर को एक साथ की जाएगी। आयोग ने डाक मतपत्रों की गिनती अंतिम दो चरणों से पहले पूरी करने का आदेश दिया है, जो पारदर्शिता बढ़ाएगा।