शामली जिले के झिंझाना थाना क्षेत्र की चौसाना पुलिस चौकी पर 29 जुलाई 2025 को हुए हमले की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पुलिस और स्थानीय खुफिया इकाई (LIU) की जांच से पता चला कि यह हमला कोई आकस्मिक हिंसा नहीं थी, बल्कि 10 दिन पहले रची गई साजिश का परिणाम थी। एक सड़क हादसे को हथियार बनाकर ग्राम प्रधानपति राजेंद्र लहरी ने कथित तौर पर ग्रामीणों को भड़काकर चौकी पर हमला करवाया।
साजिश की पृष्ठभूमि
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, लगभग 10 दिन पहले चौकी इंचार्ज ज्ञानेंद्र सिंह और दथेड़ा गांव के प्रधानपति राजेंद्र लहरी के बीच एक पुराने मुकदमे को लेकर तीखी कहासुनी हुई थी। राजेंद्र 10-12 लोगों के साथ चौकी पहुंचा और पीड़ित पक्ष पर कार्रवाई का दबाव बनाने की कोशिश की। इंचार्ज के इनकार करने पर विवाद बढ़ गया, जिससे राजेंद्र ने मन में रंजिश पाल ली।
28 जुलाई को जिजौला गांव में हुए एक सड़क हादसे में दो युवकों की मौत ने इस रंजिश को और हवा दी। राजेंद्र ने अफवाह फैलाई कि पुलिस ने हादसे के जिम्मेदार चालक और गाड़ी को छोड़ दिया, जो पूरी तरह गलत था।
ग्रामीणों को बनाया मोहरा
जांच में सामने आया कि राजेंद्र लहरी ने इस सड़क हादसे को राजनीतिक हथियार बनाकर गांव के भोले-भाले ग्रामीणों को गुमराह किया। सूत्रों के अनुसार, कश्यप समाज के कई ग्रामीणों को कुछ स्थानीय नेताओं ने भड़काकर चौकी पर हमले के लिए उकसाया।
क्या हुआ था उस दिन?
29 जुलाई को रात करीब 10:30 बजे 400-500 लोगों की भीड़ ने चौकी पर धावा बोल दिया। भीड़ ने दस्तावेज फेंके, सामान तोड़ा और एक पुलिसकर्मी व मीडियाकर्मी के साथ मारपीट की। इस हंगामे से चौकी में अफरा-तफरी मच गई।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। वीडियो फुटेज और तस्वीरों के आधार पर हमलावरों की पहचान की जा रही है।
झिंझाना थाना प्रभारी ने स्पष्ट किया कि कोई भी निर्दोष व्यक्ति परेशान नहीं होगा, लेकिन हमले के दोषियों और साजिशकर्ताओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने राजेंद्र लहरी और अन्य संदिग्धों से पूछताछ शुरू कर दी है और जांच में शामिल लोगों के खिलाफ सबूत जुटाए जा रहे हैं।
पर्दाफाश होने की उम्मीद!
चौसाना चौकी पर हुआ हमला एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा था, जिसमें ग्रामीणों को मोहरा बनाकर प्रशासन पर दबाव बनाने की कोशिश की गई। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और जांच से साजिशकर्ताओं का पर्दाफाश होने की उम्मीद है।
