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शंघाई मास्टर्स: जैनिक सिनर के लिए खिताब की रक्षा करना कठिन चुनौती

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शंघाई.  विश्व के नंबर दो टेनिस खिलाड़ी जैनिक सिनर ने स्वीकार किया है कि शंघाई मास्टर्स का खिताब बचाना उनके लिए एक कठिन और चुनौतीपूर्ण कार्य होगा। हाल ही में लर्नर टिएन को हराकर अपना 21वां एटीपी खिताब जीतने वाले सिनर का इस टूर्नामेंट में पहला मुकाबला जर्मनी के 49वें रैंक वाले डैनियल अल्टमायर के खिलाफ होगा।

 

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सिनर ने कहा, “मेरे पास तैयारी के लिए सिर्फ एक अभ्यास सत्र है। यह देखना होगा कि क्या होता है। पहला मैच विशेष रूप से कठिन होगा, क्योंकि आप कभी नहीं जानते कि क्या होने वाला है।”शंघाई मास्टर्स में इस बार विश्व के नंबर एक खिलाड़ी कार्लोस अल्काराज की अनुपस्थिति महसूस होगी, जिन्होंने शारीरिक कारणों से टूर्नामेंट से नाम वापस ले लिया है।

 

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सिनर के लिए सबसे बड़ी चुनौती नोवाक जोकोविच से होगी, जिन्हें उन्होंने पिछले साल फाइनल में हराकर शंघाई मास्टर्स का खिताब जीता था।एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिनर ने अपने खेल में सुधार पर जोर देते हुए कहा, “मैं अकेला नहीं हूं जो अपने खेल में बदलाव कर रहा है। हर खिलाड़ी अपनी तकनीक को बेहतर करने की कोशिश करता है।

 

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हम जो भी बदलाव करते हैं, वे कोई बड़े जोखिम नहीं हैं, बल्कि छोटे-छोटे सुधार हैं, जो हमें एक बेहतर खिलाड़ी बनाते हैं। कुछ शॉट्स पिछले कुछ महीनों में बेहतर हुए हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी हैं, जिनमें अभी और सुधार की गुंजाइश है।”

 

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सिनर ने यह भी बताया कि वह हर टूर्नामेंट में अधिक से अधिक मैच खेलने के लिए उत्साहित रहते हैं, क्योंकि इससे उन्हें अपनी तकनीक को परखने और सुधारने का मौका मिलता है।यूएस ओपन के फाइनल में कार्लोस अल्काराज से हारने के बाद सिनर ने अपने खेल में कुछ बदलाव किए हैं, जिनका असर अब उनके प्रदर्शन में दिखाई दे रहा है।

 

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