Home » Blog » ‘जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया’ की चिराग पासवान से मुलाकात

‘जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया’ की चिराग पासवान से मुलाकात

Facebook
Twitter
WhatsApp

पत्रकारों के उत्पीड़न और हितों को लेकर विस्तारपूवर्क वार्ता

केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री को सौंपा 9 सूत्रीय ज्ञापन

दिल्ली। ‘जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया’ के 16 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने दिल्ली में लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान से मुलाकात की। एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव गोयल के नेतृत्व में इस प्रतिनिधि मंडल में मुजफ्फरनगर से ‘दैनिक सदाशय’ के वरिष्ठ पत्रकार अमित सैनी और नयन जागृति के संपादक शिवम जैन सहित दिल्ली, मथुरा, गौतमबुद्ध नगर, सहारनपुर, शामली, मेरठ आदि क्षेत्रों के पत्रकार शामिल रहे। ये मुलाकात केंद्रीय मंत्री के दिल्ली स्थित खाद्य प्रसंस्करण उद्योग कार्यालय में हुई, जहां पत्रकारों ने अपनी मांगों को लेकर एक नौ सूत्रीय मांग पत्र सौंपा।

पत्रकारों के हितों की रक्षा की मांग

प्रतिनिधि मंडल ने पत्रकारों पर हो रहे उत्पीड़न को रोकने और उनके हितों को सुरक्षित करने की मांग की। मांग पत्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, पत्रकार सुरक्षा कानून, पत्रकारों के बच्चों के लिए निजी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड जैसी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ, 20 लाख का बीमा, सरकारी आवासीय कॉलोनी, फर्जी मुकदमों की निष्पक्ष जांच, जिला स्तरीय समिति द्वारा कार्रवाई से पहले सुनवाई और भारतीय रेलवे में विशिष्ट कोटा जैसी मांगें शामिल थीं। इन मांगों का उद्देश्य पत्रकारों को सुरक्षित और सम्मानजनक कार्य वातावरण प्रदान करना है।

चिराग पासवान का सकारात्मक रुख

मुलाकात के दौरान अमित सैनी और शिवम जैन ने एसोसिएशन की मांगों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया। चिराग पासवान ने पत्रकारों की बातों को ध्यानपूर्वक सुना और उनकी मांगों को संसद में उठाने का आश्वासन दिया। उन्होंने तत्काल कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश भी दिए। पासवान ने पत्रकारों को हर संभव मदद का वादा किया, जिससे प्रतिनिधि मंडल में उत्साह का माहौल रहा।

पत्रकारों की एकजुटता का प्रतीक

यह मुलाकात पत्रकारों की एकजुटता और उनके अधिकारों के लिए संघर्ष का प्रतीक है। विभिन्न क्षेत्रों से आए पत्रकारों ने एक मंच पर अपनी समस्याओं को रखा और सरकार से ठोस कदमों की उम्मीद जताई। इस पहल से पत्रकार समुदाय में नई उम्मीद जगी है कि उनकी आवाज अब नीति-निर्माण तक पहुंचेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *