नई दिल्ली में पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम के ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ को गलत करार देने वाले बयान ने एक बार फिर सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता आरपी सिंह ने इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर निशाना साधा।
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उन्होंने इस ऑपरेशन को राजनीतिक स्वार्थों से प्रेरित एक बड़ी भूल बताया।आईएएनएस के साथ बातचीत में आरपी सिंह ने कहा कि चिदंबरम का यह कहना सही है कि ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ की कोई जरूरत नहीं थी।
यह पूरी तरह से इंदिरा गांधी की राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं का नतीजा था। उन्होंने आरोप लगाया कि उस समय इंदिरा गांधी सिख समुदाय को बदनाम कर राष्ट्रवादी छवि बनाकर चुनावी फायदा उठाना चाहती थीं।
सिंह ने कहा कि 1971 में पाकिस्तान को दो हिस्सों में बांटने के बाद इंदिरा ने खुद को मजबूत राष्ट्रवादी नेता के रूप में स्थापित किया था, जिसका फायदा उन्हें चुनावों में मिला।
हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन ब्लू स्टार उनकी हत्या का प्रत्यक्ष कारण नहीं था, लेकिन यह उनके द्वारा बुने गए राजनीतिक जाल का हिस्सा था, जिसमें वे खुद उलझ गईं।
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उन्होंने चिदंबरम के इस दावे का खंडन किया कि इस ऑपरेशन की जिम्मेदारी केवल इंदिरा गांधी की नहीं थी। सिंह ने कहा कि वह तत्कालीन सरकार की मुखिया थीं और सभी फैसले उनके निर्देश पर ही लिए गए।
उन्होंने 1982 के एशियाई खेलों का जिक्र करते हुए कहा कि उस दौरान सिखों की पगड़ियों और कपड़ों की तलाशी जैसी नीतियां भी उसी सरकार का हिस्सा थीं, जो ऑपरेशन ब्लू स्टार की पहले से तय योजना का संकेत देती थीं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि इन फैसलों ने देश को गहरी क्षति पहुंचाई। खालिस्तान की मांग आज भी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है, हालांकि अब यह आवाज मुख्य रूप से विदेशों से उठती है। सिख समुदाय को उस दौर में जो आघात पहुंचा, उसके जख्म अभी भी ताजा हैं।
सिंह ने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन जख्मों को भरने के लिए लगातार कदम उठाए हैं। अब समय है कि सिख समुदाय के साथ इंसाफ हो और देश की एकता को मजबूत करने के लिए राजनीति से ऊपर उठकर काम किया जाए।