मुंबई. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि राज्य की मतदाता सूची में करीब 96 लाख फर्जी नाम जोड़े गए हैं।
उन्होंने इस हेराफेरी को लोकतंत्र पर सीधा हमला बताते हुए आयोग से मतदाता सूचियों की सफाई और स्थानीय निकाय चुनावों को तब तक स्थगित करने की मांग की है, जब तक सभी राजनीतिक दल इस प्रक्रिया से संतुष्ट न हो जाएं।
ठाकरे का यह बयान मुंबई के गोरेगांव में मनसे के बूथ-स्तरीय कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आया, जहां उन्होंने इसे ‘चुनावी मैच फिक्सिंग’ करार दिया।
ठाकरे ने कहा कि ऐसी छेड़छाड़ से मतदाताओं की भागीदारी का कोई मतलब नहीं रह जाता, क्योंकि नतीजे पहले से तय हो जाते हैं।
उन्होंने सत्ताधारी महायुति गठबंधन—जिसमें भाजपा, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी शामिल हैं—पर निशाना साधते हुए पूछा कि आयोग के मामले में सत्ता पक्ष की हस्तक्षेप की क्या जरूरत, जब तक उन्हें इस फर्जीवाड़े की पूरी जानकारी न हो।
उन्होंने दावा किया कि यह रणनीति 2024 के विधानसभा चुनावों से पहले भी अपनाई गई थी, जिससे महायुति को 232 सीटें मिलीं, लेकिन मतदाता और विजेता दोनों ही अवाक रह गए।
विशेष रूप से, ठाकरे ने मुंबई में 8-10 लाख, जबकि ठाणे, पुणे और नासिक में 8-8.5 लाख फर्जी मतदाताओं के नाम जोड़े जाने का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह हेराफेरी पूरे राज्य के हर गांव और शहर में फैली हुई है, जो क्षेत्रीय दलों को खत्म करने की साजिश का हिस्सा है।
ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुराने एक वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि विपक्ष में रहते हुए भाजपा ने भी आयोग पर पक्षपात के आरोप लगाए थे, लेकिन सत्ता में आने के बाद वही तर्क उल्टे पड़ रहे हैं।
अमेरिका-भारत व्यापार सौदे की उम्मीदों से चमके बाजार: निफ्टी-सेंसेक्स में 2% से ज्यादा की छलांग
यह आरोप ऐसे समय पर सामने आए हैं जब महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों की तैयारियां जोरों पर हैं। विपक्षी दलों ने भी 1 नवंबर को ‘फर्जी वोटरों के खिलाफ’ विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है।
ठाकरे ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे अपने इलाकों में मतदाता सूचियों की जांच करें। अभी तक चुनाव आयोग ने इन दावों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन राज्य चुनाव आयुक्त ने शनिवार को स्पष्ट किया था कि मतदाता सूचियां सुरक्षित रूप से अपडेट की जा रही हैं और कोई भी दल हेराफेरी नहीं कर सकता।