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मेरठ में सेना के जवान की पिटाई से भड़का गुस्सा, भूनी टोल पर हंगामा, धरने पर बैठे संगीत सोम

Meerut Bhuni Toll Plaza Chaos
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मेरठ के सरूरपुर थाना क्षेत्र में भूनी टोल प्लाजा पर 17 अगस्त को सेना के जवान कपिल (निवासी: गांव गोटका) और उनके चचेरे भाई शिवम के साथ टोल कर्मचारियों द्वारा मारपीट की घटना ने क्षेत्र में तनाव पैदा कर दिया।

इस घटना का वीडियो X पर वायरल होने के बाद 18 अगस्त को गोटका गांव के सैकड़ों ग्रामीणों ने टोल प्लाजा पर हंगामा, नारेबाजी और तोड़फोड़ की।

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सोमवार को सरधना के पूर्व विधायक ठाकुर संगीत सोम ने ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठकर प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि दोषियों को तुरंत गिरफ्तार नहीं किया गया, तो वह अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे। पुलिस ने चार टोल कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है, लेकिन ग्रामीण टोल प्रबंधन की बर्खास्तगी की मांग पर अड़े हैं।

 

जवान की पिटाई और वायरल वीडियो 

17 अगस्त की रात करीब 9 बजे राजपूत रेजिमेंट में तैनात जवान गोटका गांव निवासी कपिल ऑपरेशन सिंदूर के बाद कांवड़ यात्रा की छुट्टियों पर घर आए थे। वह 18 अगस्त को श्रीनगर में अपनी बटालियन में ड्यूटी जॉइन करने के लिए दिल्ली हवाई अड्डे जा रहे थे। उनके चचेरे भाई शिवम उन्हें कार से छोड़ने जा रहे थे।

भूनी टोल प्लाजा पर लंबी कतार देखकर कपिल ने अपना सेना का पहचान पत्र दिखाया और टोल-मुक्त क्षेत्र के निवासी होने का हवाला देकर जल्दी निकालने की गुजारिश की। टोल कर्मचारियों ने उनका पहचान पत्र और मोबाइल फोन छीन लिया।

 

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विरोध करने पर कर्मचारियों ने कपिल और शिवम पर लाठियों और हॉकी स्टिक से हमला किया। X पर वायरल वीडियो में कपिल को खंभे से बांधकर पीटते और गाली-गलौज करते दिखाया गया है। एक कर्मचारी ने ईंट से हमला करने की कोशिश भी की।

 

ग्रामीणों का उग्र प्रदर्शन 

सोमवार, 18 अगस्त को वीडियो वायरल होने के बाद गोटका गांव के सैकड़ों ग्रामीण भूनी टोल प्लाजा पर जमा हो गए। उन्होंने टोल बूथ पर बैरिकेड्स तोड़े, खिड़कियां क्षतिग्रस्त कीं और टोल वसूली पूरी तरह रोक दी। कई टोल कर्मचारी डरकर भाग गए।

ग्रामीणों ने नारेबाजी करते हुए कहा, “जब देश की रक्षा करने वाला जवान सुरक्षित नहीं, तो आम नागरिक की क्या गारंटी?”

वे टोल प्रबंधन की बर्खास्तगी और सभी दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

 

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संगीत सोम का हस्तक्षेप, “योगी सरकार में गुंडई नहीं चलेगी” 

पूर्व विधायक ठाकुर संगीत सोम सोमवार को टोल प्लाजा पहुंचे और ग्रामीणों के साथ सड़क पर धरने पर बैठ गए।

उन्होंने कहा, “यह सपा-बसपा की सरकार नहीं, योगी जी की सरकार है। सेना के जवान का अपमान बर्दाश्त नहीं होगा। मेरठ भगवान भरोसे चल रहा है, गुंडई चरम पर है।”

उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि दोषियों को जेल नहीं भेजा गया, तो वह अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे। सोम ने कहा, “कोई मुझे धरने से नहीं उठा सकता।” 

 

 

“आज मैं नहीं, तुम मनाओ” 

संगीत सोम ने एसपी देहात राकेश कुमार मिश्रा को फटकार लगाते हुए कहा, “मैं धरने पर नहीं आया, लेकिन बैठ गया तो एक लाख लोग मेरे साथ होंगे।” जब एसपी ने उन्हें ग्रामीणों को समझाने को कहा, तो सोम ने जवाब दिया, “आज मैं नहीं मनाऊंगा, एसपी साहब, तुम मनाओ।” उन्होंने एडीएम प्रशासन सत्य प्रकाश और एसडीएम उदित नारायण सेंगर को भी सड़क पर बैठाया और तत्काल कार्रवाई की मांग की।

 

 

चार गिरफ्तार, जांच जारी 

एसपी देहात राकेश कुमार मिश्रा ने बताया, “कपिल की शिकायत पर सरूरपुर थाने में FIR दर्ज की गई है। वायरल वीडियो और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चार टोल कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। अन्य की तलाश जारी है।”

पुलिस ने क्षेत्र में अतिरिक्त बल तैनात किया है ताकि तनाव नियंत्रित रहे। प्रशासन ग्रामीणों से बातचीत कर शांति बहाली की कोशिश कर रहा है, लेकिन टोल प्रबंधन के खिलाफ गुस्सा कम नहीं हुआ है।

 

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जांच में चुनौतियां 

पुलिस के सामने वीडियो में दिख रहे सभी हमलावरों की पहचान और सबूत जुटाना चुनौती है। भूनी टोल प्लाजा पर सीसीटीवी की गुणवत्ता खराब होने से जांच जटिल हो सकती है। ग्रामीणों का उग्र प्रदर्शन और तोड़फोड़ ने प्रशासन पर दबाव बढ़ा दिया है।

 

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सेना के सम्मान पर सवाल 

यह घटना उत्तर प्रदेश में सैनिकों और पूर्व सैनिकों के खिलाफ हिंसा की दूसरी बड़ी घटना है। हाल ही में देवरिया में रिटायर्ड जवान रामदयाल कुशवाहा की हत्या ने भी सुर्खियां बटोरी थीं। X पर #JusticeForKapil ट्रेंड कर रहा है, जहां लोग टोल प्रबंधन और पुलिस की जवाबदेही पर सवाल उठा रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि टोल कर्मचारियों की गुंडई और प्रशासन की ढिलाई इस घटना का कारण बनी।

 

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टोल प्रबंधन की कार्यशैली पर विवाद 

ग्रामीणों और संगीत सोम ने टोल प्रबंधन पर बार-बार स्थानीय लोगों, खासकर टोल-मुक्त क्षेत्र के निवासियों, से उलझने का आरोप लगाया। भूनी टोल प्लाजा पर पहले भी इस तरह के विवाद हो चुके हैं, लेकिन प्रबंधन ने सुधार नहीं किया। ग्रामीण पूरे टोल प्रबंधन को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं।

 

 

सामाजिक और राजनीतिक तनाव

मेरठ के भूनी टोल प्लाजा पर सेना के जवान कपिल की पिटाई ने सामाजिक और राजनीतिक तनाव को जन्म दिया है। पूर्व विधायक संगीत सोम और ग्रामीणों के उग्र प्रदर्शन ने प्रशासन पर त्वरित कार्रवाई का दबाव बढ़ाया है। चार गिरफ्तारियों के बावजूद, टोल प्रबंधन की बर्खास्तगी और सख्त सजा की मांग बरकरार है। यह घटना सैनिकों के सम्मान, टोल प्रबंधन की जवाबदेही, और सामाजिक एकता के लिए ठोस कदमों की मांग करती है।

 

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