मुजफ्फरनगर के रतनपुरी थाने की साइबर हेल्पडेस्क ने ऑनलाइन ठगों को करारा झटका दिया है। पुलिस ने 18 सितंबर 2025 को दर्ज शिकायत पर 40 दिनों के भीतर ठगी की गई 36,170 रुपये की राशि पीड़ित के खाते में वापस करा दी। यह कार्रवाई एसएसपी संजय कुमार वर्मा के ‘साइबर जीरो टॉलरेंस’ अभियान का हिस्सा है।
किसान की रातों की नींद उड़ी
कल्याणपुर गांव के निवासी शान मौहम्मद पुत्र इलयास ने 18 सितंबर को साइबर हेल्पडेस्क पर शिकायत दर्ज कराई। एक अज्ञात ठग ने फर्जी मैसेज के जरिए उनके बैंक खाते से 37,320 रुपये निकाल लिए थे। शान ने बताया कि खेत, घर और बच्चों की फीस के लिए जमा राशि एक झटके में गायब हो गई। उन्होंने तुरंत 1930 पर कॉल किया और साइबर हेल्पडेस्क पहुंचे।
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40 दिन में 36 हजार वापस
एसपी क्राइम इंदु सिद्धार्थ की निगरानी में टीम ने त्वरित कार्रवाई की। पुलिस ने संबंधित बैंक को सूचित कर खाते फ्रीज कराए और ट्रांजेक्शन का पता लगाया। 28 अक्टूबर 2025 को 36,170 रुपये पीड़ित के खाते में वापस ट्रांसफर कर दिए गए। शेष राशि की रिकवरी भी जल्द पूरी होने की उम्मीद है।
एसएसपी वर्मा का सख्त संदेश
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने चेतावनी दी कि ठगों का खेल अब नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि हर शिकायत पर तुरंत कार्रवाई होगी। जनपद के सभी थानों पर साइबर हेल्पडेस्क 24 घंटे सक्रिय हैं। 2025 में अब तक दर्जनों मामलों में लाखों रुपये की रिकवरी हो चुकी है।
पुलिस की जरूरी सलाह
एसपी क्राइम इंदु सिद्धार्थ ने लोगों से अपील की है कि अनजान लिंक पर क्लिक न करें। खाता नंबर, ओटीपी, सीवीवी या पिन किसी से साझा न करें। साइबर फ्रॉड होने पर तुरंत 1930 डायल करें या साइबर सेल 9454401617 पर संपर्क करें।
किसान ने जताया आभार
शान मौहम्मद ने पुलिस का आभार जताया। उन्होंने कहा कि पैसा वापस मिलने से बड़ी राहत हुई है। अब वे फिर से खेती और परिवार की जरूरतें पूरी कर सकेंगे। गांव में पुलिस की तारीफ हो रही है और ठगों में खौफ पैदा हो गया है।





