पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर ज़िले के मंसूरपुर क्षेत्र में दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे 58 पर स्थित मंसूरपुर शुगर मिल में इनकम टैक्स की टीम ने बुधवार को अचानक छापेमारी की। धामपुर बायो ऑर्गेनिक लिमिटेड के नाम से चल रही इस मिल पर वित्तीय अनियमितताओं की जांच के तहत कार्रवाई शुरू हुई। पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।
अधिकारियों पर सख्ती!
इनकम टैक्स की टीम के पहुंचते ही मिल परिसर में तालाबंदी हो गई। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के मोबाइल फोन जबरन स्विच ऑफ करा दिए गए। किसी को भी मिल में प्रवेश या बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी गई। सूत्रों के अनुसार, इनकम टैक्स ने CISF की टीम भी साथ लाई है, जो सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही है।
दस्तावेजों की छानबीन
सुबह से इनकम टैक्स की टीमें मिल के दफ्तरों में डेरा डाले हुए हैं। वित्तीय लेन-देन, बैंक रिकॉर्ड और अन्य जरूरी दस्तावेजों की बारीकी से जांच की जा रही है। मिल प्रशासन को कई महत्वपूर्ण रिकॉर्ड सौंपने के आदेश दिए गए हैं।
इलाके में तनाव
छापेमारी की खबर फैलते ही मिल गेट के बाहर सैकड़ों लोग जमा हो गए। स्थानीय पुलिस ने तुरंत सुरक्षा घेरा तान दिया। आम लोगों का प्रवेश पूरी तरह बंद कर दिया गया। मिल के आसपास ट्रैफिक भी प्रभावित हो गया। स्थानीय व्यापारी और किसान चिंतित हैं, क्योंकि यह मिल क्षेत्र की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा है।
कंपनी का बैकग्राउंड
धामपुर बायो ऑर्गेनिक लिमिटेड एक प्रमुख चीनी उत्पादक कंपनी है, जिसकी मंसूरपुर यूनिट मुजफ्फरनगर में स्थित है। कंपनी रिफाइंड शुगर, बायोफ्यूल और रिन्यूएबल एनर्जी में सक्रिय है। 90 साल पुरानी विरासत वाली यह कंपनी अब इनकम टैक्स के रडार पर है। जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि अनियमितताएं कितनी गहरी हैं।
आगे की कार्रवाई
इनकम टैक्स विभाग ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। मिल प्रबंधन की ओर से भी चुप्पी साधी हुई है। स्थानीय प्रशासन ने स्थिति पर नजर रखने का आश्वासन दिया है।




