नई दिल्ली. राष्ट्रीय राजधिकार क्षेत्र के हृदय में स्थित संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में बीती रात एक दर्दनाक हादसा हो गया। देर रात करीब 1:25 बजे दिल्ली फायर सर्विस के कंट्रोल रूम को सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया।
इलाके में भड़की इस भीषण आग ने कई गोदामों और ट्रांसपोर्ट यूनिट्स को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे आसपास के व्यापारिक केंद्र में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। फिलहाल किसी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन संपत्ति को करोड़ों का नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है।
आग पर काबू पाने की जद्दोजहद जारी
दिल्ली फायर सर्विस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 26 दमकल वाहनों को घटनास्थल पर भेजा। सुबह तक आग बुझाने का अभियान जारी था, जिसमें दमकलकर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही थी। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि आसपास के इलाकों में धुआं फैल गया, जिससे स्थानीय निवासियों में दहशत फैल गई।
दिल्ली फायर सर्विस के एक अधिकारी ने बताया कि आग संभवतः एक गोदाम से शुरू हुई और तेजी से फैल गई। सभी जरूरी संसाधनों को लगाया गया है, लेकिन पूर्ण नियंत्रण में आने में अभी समय लग सकता है।
पिछले 12 घंटों में 280 कॉल, दो बड़ी घटनाएं
यह हादसा अकेला नहीं था। 20 अक्टूबर शाम 7 बजे से 21 अक्टूबर सुबह 7 बजे तक फायर कंट्रोल रूम को कुल 280 आपातकालीन कॉल प्राप्त हुईं। इनमें संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर की घटना सबसे भयावह रही, जबकि नरेला इंडस्ट्रियल एरिया में भी एक बड़ी आग लगी, जहां दमकल टीमें जूझ रही हैं। इन घटनाओं ने दिल्ली के व्यावसायिक क्षेत्रों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कारण अज्ञात, जांच शुरू
आग लगने का सटीक कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। यह क्षेत्र दिल्ली का प्रमुख ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक्स हब है, जहां सैकड़ों गोदाम, वर्कशॉप और ट्रक स्टैंड हैं। आशंका जताई जा रही है कि शॉर्ट सर्किट या कोई अन्य तकनीकी खराबी इसके पीछे हो सकती है। दिल्ली पुलिस और फायर डिपार्टमेंट की संयुक्त टीम ने जांच शुरू कर दी है। मौके पर अन्य आपातकालीन सेवाएं भी तैनात हैं, जो राहत कार्य में मदद कर रही हैं।
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स्थानीय प्रशासन की अपील
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे घटनास्थल के आसपास भीड़ न लगाएं और दमकलकर्मियों को बिना रुकावट काम करने दें। व्यापारियों को भी सलाह दी गई है कि वे अपनी सुरक्षा के लिए अलर्ट रहें। इस हादसे ने एक बार फिर दिल्ली के औद्योगिक क्षेत्रों में फायर सेफ्टी उपायों की कमी को उजागर कर दिया है। अधिक जानकारी के लिए फायर कंट्रोल रूम से संपर्क किया जा सकता है।





