अमित सैनी, मुजफ्फरनगर से ‘द एक्स इंडिया’ के लिए
मुजफ्फरनगर में GST विभाग के एक भ्रष्ट अधिकारी ने व्यापारियों को झूठे छापों की धमकी देकर रिश्वतखोरी का गंदा खेल शुरू किया।
इस शातिर अधिकारी ने एक उद्यमी को होटल में बुलाकर 50 लाख रुपये की रिश्वत मांगी और सौदेबाजी के बाद 10 लाख रुपये नकद व 50,000 रुपये मासिक हफ्ते की डील पक्की करने की कोशिश की।
यह खुलासा तब हुआ, जब ऑल इंडिया इंडस्ट्री एसोसिएशन (IIA) के चेयरमैन अमित जैन को इस साजिश की भनक लगी। भ्रष्टाचार के इस घिनौने चेहरे के खिलाफ IIA ने जोरदार हंगामा किया और कड़ी कार्रवाई की मांग की।
भ्रष्ट अधिकारी की धमकी और साजिश
IIA चेयरमैन अमित जैन ने बताया कि यह अधिकारी खुद को वरिष्ठ अधिकारी बताकर व्यापारी को डराने के लिए गोपनीय जानकारी लीक कर रहा था।
उसने व्यापारी को विभिन्न स्थानों पर मीटिंग के लिए बुलाया और अपने साथ एक तथाकथित “भाई” को शामिल किया, जो धमकाने का काम करता था। यह संगठित गिरोह कई व्यापारियों से अवैध वसूली की कोशिश कर रहा था।
अधिकारी ने 50 लाख की मांग को 10 लाख नकद और 50,000 रुपये मासिक हफ्ते तक लाने की बात कही। जब व्यापारी ने यह बात IIA को बताई, तो संगठन ने तुरंत इस भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
IIA का तीखा विरोध और हंगामा
IIA ने इस रिश्वतखोरी को “संगठित जबरन वसूली” करार देते हुए GST कार्यालय में हंगामा खड़ा किया।
अमित जैन के नेतृत्व में 50 से अधिक उद्यमी और पदाधिकारी, जिनमें पूर्व राष्ट्रीय महासचिव अश्विनी खंडेलवाल, पूर्व चेयरमैन अशोक अग्रवाल, पवन कुमार गोयल, विपुल भटनागर, राहुल मित्तल, अमन गुप्ता, सुशील अग्रवाल, दीपक सिंघल, सुधीर अग्रवाल, नमन जैन, अनमोल गर्ग, और अन्य शामिल थे, GST कार्यालय पहुंचे।
उन्होंने भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और इसे व्यापारियों के खिलाफ साजिश बताया।
डीसी का पक्षपात और नोटिस का खेल
जब IIA ने अपने व्हाट्सएप ग्रुप में व्यापारियों को ऐसी धमकियों से सतर्क रहने का संदेश जारी किया, तो किसी ने इसे डीसी मनोज शुक्ला को भेज दिया।
चौंकाने वाली बात यह है कि डीसी ने इस संदेश को आधार बनाकर उल्टा IIA चेयरमैन अमित जैन को नोटिस थमा दिया, जिसमें साक्ष्य सहित पेश होने का आदेश था।
यह कदम भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। IIA ने इसे सत्ता का दुरुपयोग बताते हुए और जोरदार विरोध जताया।
व्यापारियों का हौसला और IIA की चेतावनी
IIA ने साफ कर दिया कि वह किसी भी व्यापारी को भ्रष्टाचार और धमकियों का शिकार नहीं होने देगा।
अमित जैन ने कहा, “यह भ्रष्टाचार का गंदा खेल है, जिसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम हर व्यापारी के साथ खड़े हैं।”
संगठन ने उच्च अधिकारियों से इस मामले की गहन जांच और दोषी अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
GST के आला अधिकारियों ने संज्ञान लेते हुए जल्द जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग
मुजफ्फरनगर में GST अधिकारी की रिश्वतखोरी ने भ्रष्टाचार की गहरी जड़ों को उजागर किया है। IIA का यह आक्रामक रुख और व्यापारियों का एकजुट होना दर्शाता है कि अब लोग भ्रष्टाचारियों की धमकियों से डरने वाले नहीं।
यह घटना न केवल GST विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाती है, बल्कि व्यापारियों को एकजुट होकर ऐसी साजिशों के खिलाफ लड़ने का हौसला भी देती है।
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