Home » Blog » ल्हासा में खुला शीत्सांग ग्रामीण पुनर्जीवन उत्पाद केंद्र: याक मांस से थांगखा तक, तिब्बती उत्पादों का नया हब

ल्हासा में खुला शीत्सांग ग्रामीण पुनर्जीवन उत्पाद केंद्र: याक मांस से थांगखा तक, तिब्बती उत्पादों का नया हब

Facebook
Twitter
WhatsApp

ल्हासा. तिब्बत (शीत्सांग) की राजधानी ल्हासा में “शीत्सांग ग्रामीण पुनर्जीवन उत्पाद प्रदर्शन केंद्र” का उद्घाटन हो गया। यह केंद्र पूरे तिब्बत के 74 जिलों और 7 शहरों-प्रिफेक्चरों के उच्च गुणवत्ता वाले विशेष उत्पादों को एक छत के नीचे ला रहा है।

पुलिसिया टॉर्चर की इंतहा! व्हाट्सएप कॉल से दिन-रात परेशान यूसुफ बोला, ‘और टॉर्चर हुआ तो आत्महत्या कर लूंगा’

यहां याक मांस, जौ से बने उत्पाद, तिब्बती थांगखा चित्र, हस्तशिल्प, तिब्बती इत्र, सांस्कृतिक पर्यटन स्मृति चिह्न और कई अन्य पारंपरिक वस्तुएं उपलब्ध होंगी। केंद्र “ऑफलाइन अनुभव + ऑनलाइन बिक्री” मॉडल पर काम करेगा।

खास सुविधाएं:

  • गैर-सांस्कृतिक विरासत अनुभव क्षेत्र: पर्यटक थांगखा बनाना, तिब्बती इत्र तैयार करना जैसे पारंपरिक कौशल सीख सकेंगे।
  • तिब्बती संस्कृति गलियारा
  • घरेलू और अंतरराष्ट्रीय ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्मों के साथ साझेदारी
  • सेलिब्रिटी मार्केटिंग और लाइव स्ट्रीमिंग सेल्स
  • उत्पाद ट्रेसेबिलिटी सिस्टम – सीधे किसान और पशुपालक सहकारी समितियों से खरीद

केंद्र के प्रमुख च्या चिंगफेंग ने बताया कि पहले साल में 150 से अधिक व्यवसायी और 1,500 से ज्यादा उत्पादों को जोड़ा जाएगा। वार्षिक बिक्री 1.4 करोड़ युआन तक पहुंचने का लक्ष्य है। “तिब्बत उपहार” नाम की सांस्कृतिक रचनात्मक सीरीज भी लॉन्च की गई है।

जनजातीय गौरव दिवस: आदिवासी समुदाय लोकतंत्र की जननी हैं – राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

यह केंद्र न सिर्फ किसानों-पशुपालकों की आय बढ़ाएगा बल्कि ल्हासा में एक नया सांस्कृतिक पर्यटन स्थल भी बनेगा, जो ग्रामीण पुनर्जीवन और तिब्बती सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण को नई गति देगा।

 

ADVT_WhatsAPP_The X India_Web

टॉप स्टोरी

ज़रूर पढ़ें