दाल मंडी में सील गोदामों से अवैध पटाखों को जब्त करने पहुंची टीम पर व्यापारियों का तीखा विरोध। दुकानें बंद कर हंगामा मचा दिया। पुलिस ने प्रक्रिया रोक दी, एक गाड़ी भरी, बाकी वापस गोदाम में रखी।
मुजफ्फरनगर के दाल मंडी में अवैध पटाखा जब्ती का ड्रामा गुरुवार को चरम पर पहुंच गया। सिटी मजिस्ट्रेट पंकज राठौर और ASP सिद्धार्थ मिश्रा की अगुवाई में दमकल और पुलिस टीम पहुंची।
सात सील गोदामों से सैंपल लेने का काम शुरू हुआ। घंटों चली प्रक्रिया में एक गाड़ी पटाखों से भर ली गई, लेकिन जैसे ही खबर फैली, व्यापारियों ने हंगामा शुरू कर दिया।
दुकानें बंद, हंगामा मचा
व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं। वे जब्ती टीम के सामने आकर खड़े हो गए। दाल मंडी की सड़कें खाली हो गईं। जमकर नारे लगे और हंगामा काटा गया। टीम को घेर लिया गया। बात बढ़ती गई और हंगामा तेज हो गया। स्थिति बिगड़ने लगी तो पुलिस ने अतिरिक्त बल बुलाया।
#मुजफ्फरनगरः सील पटाखों को जब्त करने पहुंची टीम का भारी विरोध, दाल मंडी में दुकानें बंद, व्यापारियों का हंगामा, सिटी मजिस्ट्रेट एवं सीओ सिटी के नेतृत्व में पहुंची थी पुलिस और दमकल की टीम, मौके पर भारी पुलिस फोर्स @muzafarnagarpol @Uppolice #muzaffarnagar pic.twitter.com/fvjXgSpxT5
— Amit Kr Saini (@editoramitsaini) October 16, 2025
जब्ती रुकी, पटाखे वापस गोदाम
हंगामे के दबाव में जब्ती रोक दी गई। भरी हुई एक गाड़ी को ही रवाना किया। बाकी पटाखे गोदामों में वापस रखे गए। गोदाम दोबारा सील हो गए। व्यापारियों का गुस्सा थमा, लेकिन तनाव बना रहा।
अवैध भंडारण कांड
यह कांड BJP नेता कन्हैया शर्मा के अवैध भंडारण से जुड़ा है। 13 अक्टूबर को सात गोदामों से 40 क्विंटल पटाखे (कीमत 1 करोड़) जब्त हुए थे। विस्फोटक अधिनियम में मुकदमा दर्ज है। कानपुर-अयोध्या विस्फोटों के बाद सतर्कता बरती जा रही है। SSP संजय वर्मा ने छापे के आदेश दिए थे।
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व्यापारियों का गुस्सा
व्यापारियों ने कहा कि जब्ती गलत है। वे नियमों का पालन करते हैं। पुलिस ने बताया कि अवैध भंडारण था। सुप्रीम कोर्ट और NGT के आदेशों का उल्लंघन हुआ। हंगामा व्यापारियों की हताशा दिखाता है।
पुलिस की तैयारी
पुलिस ने भारी बल तैनात किया। ASP मिश्रा ने कहा कि जब्ती जारी रहेगी। उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई होगी। व्यापारियों को चेतावनी दी गई।
दीपावली से पहले तनाव
दीपावली नजदीक है। अवैध पटाखों का कारोबार गर्म है। 2025 में यूपी में 15 हादसे हुए। यह हंगामा व्यापारियों और प्रशासन के बीच टकराव बढ़ा रहा है।