Home » उत्तर प्रदेश » मुजफ्फरनगर पोस्ट » मुजफ्फरनगर: गलैक्सी पेपर मिल में मशीन की चपेट में आने से मजदूर की मौत, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

मुजफ्फरनगर: गलैक्सी पेपर मिल में मशीन की चपेट में आने से मजदूर की मौत, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

Muzaffarnagar Paper Mill Horror: Worker Eaten by Machine
Facebook
Twitter
WhatsApp

सिखेड़ा इलाके की गलैक्सी पेपर मिल में सुबह के काम के दौरान 30 वर्षीय अमित कुमार मशीन की चपेट में फंस गया, अस्पताल में तोड़ा दम


 

मुजफ्फरनगर के सिखेड़ा थाना इलाके के जौली रोड पर धंधेड़ा-सिखेड़ा के बीच स्थित गलैक्सी पेपर मिल में रविवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। हाल ही में हेल्पर के तौर पर काम शुरू करने वाले 30-32 वर्षीय अमित कुमार पुत्र भरत सिंह निवासी कैड़ी दरियापुर सुबह साढ़े 11 बजे मशीन के पास थे, तभी उनका हाथ चपेट में आ गया।

मशीन ने निष्ठुरता से उन्हें अपनी ओर खींच लिया और देखते ही देखते अमित का पूरा शरीर उसकी चपेट में आ गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चीखें गूंज उठीं, लेकिन मशीन की रफ्तार ने सब कुछ लील लिया।

फैक्ट्री में हड़कंप मच गया और प्रबंधन ने घायल अमित को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन दोपहर तक इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। यह हादसा उत्तर प्रदेश में 2025 के 45 औद्योगिक दुर्घटनाओं का हिस्सा बन गया, जहां मजदूरों की जिंदगियां मशीनों की भेंट चढ़ रही हैं।

मुजफ्फरनगर के खतौली में छत पर पटाखे सुखाने के दौरान ‘विस्फोट’, एक महिला अर्शी झुलसी

प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप!

खबर फैलते ही अमित के परिजन कैड़ी दरियापुर से दौड़कर फैक्ट्री पहुंचे और ग्रामीणों के साथ मिलकर प्रबंधन पर लापरवाही का संगीन आरोप लगाया। फिलहाल, फैक्ट्री प्रबध्ंन और मृतक अमित के परिजनों के बीच बातचीत चल रही है।

Muzaffarnagar Paper Mill Horror: Worker Eaten by Machine

सूचना मिलते ही भंडूर पुलिस चौकी इंचार्ज मोहम्मद फरीद मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया, जबकि परिवार मुआवजे और दोषी पर कार्रवाई की मांग कर रहा है। ‘द एक्स इंडिया’ ने प्रबंधन से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला, जो सवालों को और गहरा बनाता है।

TRAI-ED-CBI अधिकारी बनकर करते थे ‘डिजिटल अरेस्ट’! ठग गिरोह के 3 नए सदस्य अमृतसर से अरेस्ट, 24 करोड़ की ठगी का खुलासा

मजदूरों की जिंदगी पर खतरा

यह हादसा गलैक्सी पेपर मिल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, जहां मशीनों पर ग्रिपिंग गार्ड या ट्रेनिंग की कमी आम शिकायत है। ग्रामीणों का कहना है कि फैक्ट्री में हेल्परों को बिना तैयारी के काम पर लगाया जाता है, जो जानलेवा साबित हो रहा है।

2024 में मुजफ्फरनगर में 12 फैक्ट्री हादसे हो चुके और यह घटना श्रम विभाग को अलर्ट कर रही है।

ADVT_WhatsAPP_The X India_Web

मुजफ्फरनगर: ट्रेन की चपेट में आकर युवा कर्मचारी की भयानक मौत, परिवार में कोहराम

टॉप स्टोरी

ज़रूर पढ़ें