- ऋतु मोहन, मीरापुर (मुजफ्फरनगर) से ‘द एक्स इंडिया’ के लिए
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर ज़िले के मीरापुर में गंगा बैराज पुल की तकनीकी जांच में गंभीर खामियां सामने आई हैं। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) की ब्रिज इंस्पेक्शन यूनिट (MBIU) ने आधुनिक मशीनों के जरिए जांच की, जिसमें पुल के स्लैब और बेयरिंग की स्थिति की पड़ताल हुई।
जांच में गार्डर और पिलर कैप के बीच बेयरिंग के पेडस्टल टूटे मिले और कई बेयरिंग जंग लगने व ऑयलिंग न होने के कारण जाम या खराब पाए गए। आपको बता दें कि सुरक्षा कारणों से 7 अगस्त से मेरठ-पौड़ी राजमार्ग पर भारी वाहनों का आवागमन बंद है, और केवल पैदल यात्री व दुपहिया वाहन ही पुल पार कर सकते हैं।
की गई फोटो और वीडियो रिकॉर्डिंग
NHAI की MBIU ने गंगा बैराज पुल की वजन सहन करने की क्षमता की जांच की। जांच दल ने पुल के नीचे उतरकर स्लैब, गार्डर और बेयरिंग की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान फोटो और वीडियो रिकॉर्डिंग भी की गई, जिसे NHAI के ब्रिज विशेषज्ञों और IIT को भेजा गया।
जांच में पाया गया कि गेट नंबर 28 के सामने वाले स्लैब के नीचे बेयरिंग का पेडस्टल (कंक्रीट और सीमेंट का आधार) टूटा हुआ है। बेयरिंग, जो गार्डर और स्लैब का वजन पिलर तक पहुंचाता है, कई जगह जंग लगने और ऑयलिंग की कमी से खराब हो चुके हैं। जांच दल ने इन खामियों की विस्तृत रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंपी है।
भारी वाहनों का आवागमन बंद, वैकल्पिक मार्ग
पुल की खराब स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने मेरठ-पौड़ी राजमार्ग पर भारी वाहनों का आवागमन पूरी तरह बंद कर रखा है। केवल पैदल यात्री और दुपहिया वाहन चालक ही पुल का उपयोग कर सकते हैं। वैकल्पिक मार्ग के रूप में वाहनों को मीरापुर तिराहे से मेरठ, हापुड़, और मुरादाबाद के रास्ते डायवर्ट किया जा रहा है।
इससे क्षेत्रीय यातायात और व्यापार प्रभावित हुआ है। प्रशासन ने बाढ़ चौकियों पर कर्मचारियों की तैनाती और राहत कार्यों के लिए नाव व मोटरबोट तैयार रखी हैं।
मुजफ्फरनगर-बिजनौर संपर्क प्रभावित
गंगा बैराज पुल की खराबी ने मुजफ्फरनगर और बिजनौर के बीच सड़क संपर्क को प्रभावित किया है। हाल की बाढ़ और गंगा के जलस्तर में वृद्धि ने स्थिति को और जटिल किया है। स्थानीय किसानों की गन्ने और धान की फसलें जलमग्न हो चुकी हैं, जिससे आर्थिक नुकसान हुआ है।
प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत कार्य शुरू किए हैं, लेकिन पुल की मरम्मत में देरी से लोगों में असंतोष बढ़ रहा है।