रामसर साइट हैदरपुर वेटलैंड को पर्यटन स्थल बनाने की पहल, जहां छात्रों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने जल संरक्षण की अलख जगाई
मुजफ्फरनगर के मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में स्थित हैदरपुर वेटलैंड जल्द ही एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होने जा रहा है। यह रामसर साइट अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है। यहां हर वर्ष हजारों प्रवासी पक्षी आते हैं, जो इसे प्राकृतिक सौंदर्य का अनमोल खजाना बनाते हैं। जिला प्रशासन ने इसे पर्यटन हब बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

‘पानी की पाठशाला’ का आयोजन
12 दिसंबर को वेटलैंड पर ‘पानी की पाठशाला’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य जल और पर्यावरण संरक्षण का संदेश जन-जन तक पहुंचाना था। कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
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शुभारंभ और दीप प्रज्वलन
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन से हुई। मुख्य अतिथि मंडलायुक्त सहारनपुर डॉ. रूपेश कुमार ने दीप जलाकर शुभारंभ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने की।

बच्चों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम और नाटक प्रस्तुत किए। इनमें जल बचाओ, स्वच्छता अभियान और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। प्रस्तुतियां इतनी प्रभावी थीं कि दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। बच्चों ने नाटकों के माध्यम से पराली जलाने के नुकसान और पेड़ लगाने के फायदे को जीवंत रूप से दिखाया।
मंडलायुक्त का प्रेरक संदेश
मंडलायुक्त डॉ. रूपेश कुमार ने कहा, “पानी है तो जीवन है।” उन्होंने पानी की बोतल फेंकने के बजाय दोबारा इस्तेमाल करने की सलाह दी। पराली न जलाने और पेड़ लगाने पर जोर दिया। किसानों से अपील की कि पराली को खाद बनने दें, इससे पैदावार बढ़ेगी। उन्होंने सभी को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई।

डीएम की शपथ और प्रतिबद्धता
DM उमेश मिश्रा ने बच्चों और उपस्थित लोगों को “जल बचाओ, पर्यावरण बचाओ” की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि हैदरपुर वेटलैंड प्रदेश का अनमोल खजाना है। प्रवासी पक्षियों का आगमन इसे विशेष बनाता है। संरक्षण और पर्यटन विकास जिले की प्राथमिकता है। पर्यावरण पर्यटन से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।
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विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में पद्मश्री सम्मानित उमाशंकर पांडे, सेतपाल सिंह और कमल सिंह चौहान विशेष रूप से मौजूद रहे। मुख्य विकास अधिकारी कंडारकर कमल किशोर देशभूषण, अपर जिलाधिकारी गजेंद्र कुमार, वन अधिकारी अभिनव राजा, एसडीएम जानसठ, एसडीएम बूढ़ाना न्यायिक, तहसीलदार जानसठ, प्रगतिशील किसान, प्रधानाचार्य, शिक्षक और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

पुलिस प्रशासन का सहयोग
SSP संजय कुमार वर्मा और एसपी देहात आदित्य बंसल सहित पूरा प्रशासनिक और पुलिस अमला मौजूद रहा। कार्यक्रम की सुरक्षा और व्यवस्था चाक-चौबंद रही।
वेटलैंड का महत्व और भविष्य
हैदरपुर वेटलैंड रामसर साइट होने से वैश्विक महत्व रखता है। प्रशासन का लक्ष्य पर्यावरण पर्यटन को बढ़ावा देना है। इससे लोगों को प्राकृतिक सौंदर्य, प्रवासी पक्षियों और पारिस्थितिकी तंत्र के बारे में जागरूकता मिलेगी। स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।

कार्यक्रम का प्रभाव
‘पानी की पाठशाला’ ने बच्चों से लेकर प्रशासन तक सभी को एकजुट किया। यह आयोजन जिले की पहचान बढ़ाने और पर्यावरण संवर्धन में बड़ा योगदान देगा। आने वाले समय में हैदरपुर वेटलैंड उत्तर प्रदेश का प्रमुख इको-टूरिज्म स्पॉट बनेगा।
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