सड़कें बनीं काल, जहां हर कदम पर गड्ढे और कोहरे में हादसों का डर, फिर भी PWD की चुप्पी ने बढ़ाया किसानों-नागरिकों का गुस्सा
- ‘द एक्स इंडिया’ के लिए प्रधान संपादक अमित सैनी की रिपोर्ट
मुजफ्फरनगर की जौली रोड की हालत बद से बदतर हो चुकी है। गुरुवार सुबह ‘द एक्स इंडिया’ की टीम ने के सिखेड़ा थाने की भंडूर पुलिस चौकी से दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे-58 के बिलासपुर बाइपास कट तक 7 किलोमीटर के रास्ते का जायजा लिया।
आपको जानकर हैरत होगी कि इस छोटी सी दूरी में सड़क पर 57 गड्ढे मिले। कई गड्ढे इतने बड़े हैं कि वाहन चालकों के लिए इन्हें पार करना असंभव-सा है।

गड्ढों का खतरनाक ‘नक्शा’!
सिखरेड़ा-भगवानपुरी से धंधेड़ा के बीच दो गड्ढे, धंधेड़ा राजवाहे की पुलिया के पास एक, बिलासपुर-धंधेड़ा के पास दो और बिलासपुर में दो बड़े गड्ढे हैं। कूकड़ा राजवाहे की पुलिया के पास तो हालात और भी भयावह हैं। ये गड्ढे आए दिन हादसों को न्योता दे रहे हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं अब आम हो गई हैं।
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PWD की लापरवाही
लोक निर्माण विभाग (PWD) की उदासीनता से लोग हैरान हैं। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। जौली रोड औद्योगिक क्षेत्र और दर्जनों गांवों को जिला मुख्यालय से जोड़ती है। फिर भी, इसकी मरम्मत को प्राथमिकता नहीं दी जा रही।

गंगा स्नान के लिए भोपा रोड चमकाई
5 नवंबर को शुक्रतीर्थ पर गंगा स्नान के लिए प्रशासन भोपा रोड की मरम्मत में जुटा है। इस रोड पर गड्ढे भरे जा रहे हैं, क्योंकि मंत्रियों और अधिकारियों का आना-जाना लगा हुआ है। लेकिन जौली रोड की अनदेखी से सवाल उठ रहे हैं कि क्या आम आदमी और औद्योगिक क्षेत्र का कोई मोल नहीं?
सर्दियों में बढ़ेगा खतरा
सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है। कोहरा और धुंध वाहन चालकों के लिए पहले ही चुनौती हैं। ऐसे में जौली रोड के गड्ढे जानलेवा साबित हो सकते हैं। खासकर रात और सुबह के समय, जब विजिबिल्टी कम होगी, हादसों का जोखिम कई गुना बढ़ जाएगा।

गुड़ मंडी और खांडसारी ढुलाई पर संकट
जौली रोड पर पड़ने वाले दर्जनों गांवों के सैकड़ों कोल्हू संचालक प्रभावित हैं। मुजफ्फरनगर की गुड़ मंडी, जो एशिया की सबसे बड़ी है, कूकड़ा की नवीन मंडी तक खांडसारी और गुड़ ढुलाई इन गड्ढों से मुश्किल हो रही है। कोहरे के मौसम में यह और भी खतरनाक होगा। किसानों और व्यापारियों का कहना है कि इससे उनकी आजीविका पर असर पड़ रहा है।
#मुजफ्फरनगर: राजधानी दिल्ली से महज 120 किमी दूर ज़िले के जौली रोड पर भंडूर पुलिस चौकी से बिलासपुर बाईपास तक 7 किमी में 57 गड्ढे! बड़े गड्ढों से बचना नामुमकिन, बढ़ रहे हादसे! PWD की लापरवाही, मरम्मत कब? @DmMuzaffarnagar @UPGovt @PWD_UttarPradesh #Muzaffarnagar #RoadPotholes pic.twitter.com/rxbDtxuX2I
— The X India (@thexindianews) October 30, 2025
स्थानीय लोगों का गुस्सा
स्थानीय निवासियों और व्यापारियों ने PWD पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
एक किसान ने कहा, “हमारी फसल और मेहनत की कमाई मंडी तक पहुंचने से पहले ही इन गड्ढों में फंस रही है।”
कई लोग सड़क की मरम्मत के लिए आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं।
प्रशासन से जवाब की मांग
जौली रोड की अनदेखी ने सवाल उठाए हैं कि क्या PWD की प्राथमिकता सिर्फ ‘VIP रास्तों’ तक सीमित है? लोग मांग कर रहे हैं कि जौली रोड को तुरंत ठीक किया जाए। साथ ही, सर्दियों से पहले चेतावनी बोर्ड और रिफ्लेक्टर लगाए जाएं, ताकि हादसों को रोका जा सके।





