Home » उत्तर प्रदेश » मुजफ्फरनगर पोस्ट » मुजफ्फरनगर का जौली रोड: 7 किमी में 57 गड़ढें! हादसों का बढ़ रहा खतरा, कब जागेगा PWD?

मुजफ्फरनगर का जौली रोड: 7 किमी में 57 गड़ढें! हादसों का बढ़ रहा खतरा, कब जागेगा PWD?

Muzaffarnagar Jolly Road: 57 Potholes Pose Accident Risk
Facebook
Twitter
WhatsApp

सड़कें बनीं काल, जहां हर कदम पर गड्ढे और कोहरे में हादसों का डर, फिर भी PWD की चुप्पी ने बढ़ाया किसानों-नागरिकों का गुस्सा


 

मुजफ्फरनगर की जौली रोड की हालत बद से बदतर हो चुकी है। गुरुवार सुबह ‘द एक्स इंडिया’ की टीम ने के सिखेड़ा थाने की भंडूर पुलिस चौकी से दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे-58 के बिलासपुर बाइपास कट तक 7 किलोमीटर के रास्ते का जायजा लिया।

आपको जानकर हैरत होगी कि इस छोटी सी दूरी में सड़क पर 57 गड्ढे मिले। कई गड्ढे इतने बड़े हैं कि वाहन चालकों के लिए इन्हें पार करना असंभव-सा है।

Muzaffarnagar Jolly Road: 57 Potholes Pose Accident Risk

गड्ढों का खतरनाक ‘नक्शा’!

सिखरेड़ा-भगवानपुरी से धंधेड़ा के बीच दो गड्ढे, धंधेड़ा राजवाहे की पुलिया के पास एक, बिलासपुर-धंधेड़ा के पास दो और बिलासपुर में दो बड़े गड्ढे हैं। कूकड़ा राजवाहे की पुलिया के पास तो हालात और भी भयावह हैं। ये गड्ढे आए दिन हादसों को न्योता दे रहे हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं अब आम हो गई हैं।

‘बंदूक से निकली गोली प्यार नहीं करती, जान लेती है!’ भोकरहेड़ी कांड पर मुजफ्फरनगर SSP की मार्मिक अपील

PWD की लापरवाही

लोक निर्माण विभाग (PWD) की उदासीनता से लोग हैरान हैं। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। जौली रोड औद्योगिक क्षेत्र और दर्जनों गांवों को जिला मुख्यालय से जोड़ती है। फिर भी, इसकी मरम्मत को प्राथमिकता नहीं दी जा रही।

Muzaffarnagar Jolly Road: 57 Potholes Pose Accident Risk

गंगा स्नान के लिए भोपा रोड चमकाई

5 नवंबर को शुक्रतीर्थ पर गंगा स्नान के लिए प्रशासन भोपा रोड की मरम्मत में जुटा है। इस रोड पर गड्ढे भरे जा रहे हैं, क्योंकि मंत्रियों और अधिकारियों का आना-जाना लगा हुआ है। लेकिन जौली रोड की अनदेखी से सवाल उठ रहे हैं कि क्या आम आदमी और औद्योगिक क्षेत्र का कोई मोल नहीं?

 

सर्दियों में बढ़ेगा खतरा

सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है। कोहरा और धुंध वाहन चालकों के लिए पहले ही चुनौती हैं। ऐसे में जौली रोड के गड्ढे जानलेवा साबित हो सकते हैं। खासकर रात और सुबह के समय, जब विजिबिल्टी कम होगी, हादसों का जोखिम कई गुना बढ़ जाएगा।

Muzaffarnagar Jolly Road: 57 Potholes Pose Accident Risk

गुड़ मंडी और खांडसारी ढुलाई पर संकट

जौली रोड पर पड़ने वाले दर्जनों गांवों के सैकड़ों कोल्हू संचालक प्रभावित हैं। मुजफ्फरनगर की गुड़ मंडी, जो एशिया की सबसे बड़ी है, कूकड़ा की नवीन मंडी तक खांडसारी और गुड़ ढुलाई इन गड्ढों से मुश्किल हो रही है। कोहरे के मौसम में यह और भी खतरनाक होगा। किसानों और व्यापारियों का कहना है कि इससे उनकी आजीविका पर असर पड़ रहा है।


 

स्थानीय लोगों का गुस्सा

स्थानीय निवासियों और व्यापारियों ने PWD पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

एक किसान ने कहा, “हमारी फसल और मेहनत की कमाई मंडी तक पहुंचने से पहले ही इन गड्ढों में फंस रही है।”

कई लोग सड़क की मरम्मत के लिए आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं।

MP इमरान मसूद के पुतला दहन के दौरान पुलिस से झड़प! हिंदू मजदूर किसान समिति की चेतावनी, ‘माफी न मांगी तो सर पर जूता’

प्रशासन से जवाब की मांग

जौली रोड की अनदेखी ने सवाल उठाए हैं कि क्या PWD की प्राथमिकता सिर्फ ‘VIP रास्तों’ तक सीमित है? लोग मांग कर रहे हैं कि जौली रोड को तुरंत ठीक किया जाए। साथ ही, सर्दियों से पहले चेतावनी बोर्ड और रिफ्लेक्टर लगाए जाएं, ताकि हादसों को रोका जा सके।

ADVT_WhatsAPP_The X India_Web

टॉप स्टोरी

ज़रूर पढ़ें