मुजफ्फरनगर के रूड़की रोड स्थित एक निजी होटल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस ने शहर की राजनीतिक हवा गरमा दी। ‘मावा आढ़ती एसोसिएशन’ ने जिला प्रशासन पर मनमानी का गंभीर आरोप लगाते हुए खुला विद्रोह कर दिया।
पांच दिन पूर्व फक्कर शाह चौक पर पुलिस चेकिंग के दौरान जावेद नामक व्यक्ति के पास से 180 किलोग्राम मावा जब्त किया गया था। विरोध पर इसे डीप फ्रीजर में बंद कर दिया गया, जिसे व्यापारियों ने अनुचित बताया।
नियमों की अनदेखी, सैंपल में शुद्धता का दावा!
आढ़तियों ने एडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए स्पष्ट किया था कि खाद्य सुरक्षा नियमों के तहत मावे में हानिकारक तत्व न मिलने पर विनाश असंभव है। जांच रिपोर्ट में दूध के वसा में सामान्य 30 प्रतिशत के मुकाबले 27.8 प्रतिशत वसा पाई गई, जो शुद्धता की सीमा में आती है।
फिर भी प्रशासन के नष्ट करने की जिद ने व्यापारियों को हताश कर दिया। यह घटना फेस्टिवल सीजन में मावा बाजार को बुरी तरह प्रभावित कर रही है।
कृष्ण गोपाल मित्तल पर शोषण का आरोप
पूरे विवाद का केंद्रीय चेहरा बने व्यापारी नेता कृष्ण गोपाल मित्तल पर एसोसिएशन ने ब्लैकमेल और शोषण के आरोप ठोक दिए। बिना वैध लाइसेंस के 36 प्रतिशत मासिक ब्याज पर धन उधार देकर आढ़तियों को लूटने का खुलासा किया गया।
मावा आढ़तियों ने दावा किया कि कर्ज चुकाने के बावजूद कृष्ण गोपाल मित्तल प्रशासन को भ्रमित कर दबाव बना रहे हैं। अभद्र भाषा और अपमानजनक व्यवहार के साथ उनका राशन डीलर लाइसेंस भ्रष्टाचार के कारण निलंबित हो चुका है। एसोसिएशन ने उनके साहूकार लाइसेंस की तत्काल जांच की मांग की।
न्याय की अपील और अटल संकल्प
मावा आढ़तियों ने साफ शब्दों में कहा कि वे कभी मिलावट के पापी धंधे में साझीदार नहीं बने और न बनेंगे। समाज के बीच रहते हुए ईमानदारी से कारोबार चला रहे हैं, जहां एक वस्तु बेचने पर 99 खरीदते हैं।
अंत में धार्मिक भाव से बोले, ‘भगवान की अदालत सब देख रही है, हम कभी हानि पहुंचाने वाले कदम नहीं उठाएंगे।’
यें रहे मौजूद
इस दौरान सुनील सिंघल, दिनेश बंसल, अनिल तायल, पवन तायल, रविंद्र कुमार, राजेश मित्तल, सचिन मित्तल, मुकेश तायल, नितिन गुप्ता, मांगेराम सिंघल, राजकुमार सिंघल, हरिश सिंघल, राकेश गर्ग, प्रवीन पीटर, परवीन गोयल, अनुज, जयपाल सिंह, श्याम कुमार गर्ग, पूरण तायल, मानू तायल, राकेश लाल, संजीव तायल, मुकेश जैन और मोनू तायल जैसे प्रमुख सदस्य उपस्थित रहे। एसोसिएशन ने प्रशासन से नाहक उत्पीड़न बंद करने की गुहार लगाई।