पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के जौली रोड पर भंडूरा गांव में स्थित श्री बालाजी एंटरप्राइजेज का संचालन बंद कर दिया गया है। फैक्ट्री की गत दिनों अंदर से वायरल हुई वीडियो के बाद खूब फजीहत हुई, जिसके बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने छापा मारते हुए प्रबंधन को नोटिस जारी किया था।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का छापा
24 नवंबर को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम स्थानीय अधिकारी गीतेश चंद्रा के नेतृत्व में रात के वक्त प्लांट पर पहुंची तो कई तरह की खामियां पाई गई। रिएक्टर से निकलता काला धुआं और धूल का गुबार, सब कुछ नियमों की खुली अवहेलना करते हुए पाया गया।। टीम ने फटकार लगाते हुए 12 दिसंबर को नोटिस जारी किया और जवाब के लिए एक सप्ताह का वक्त दिया गया।
संचालन बंद
छापेमार कार्रवाई, वायरल वीडियो और द एक्स इंडिया पर खबर प्रसारित एवं प्रकाशित होने के बाद प्लांट का संचालन पूरी तरह बंद कर दिया गया। फिलहाल में भी संचालन बंद है। हालांकि फैक्ट्री के जल्द ही दोबारा से संचालन की उम्मीद है, जिसको लेकर प्रबंधन फैक्ट्री की खामियों को दुरूस्त करने में जुटा हुआ है।

सुरक्षा मानकों पर सवाल
प्लांट में फायर सेफ्टी के कोई इंतजाम नहीं थे। फर्स्ट एड किट तक नहीं था। पिछले कुछ महीनों में तीन बार आग लगी। छापेमार कार्रवाई के बाद फैक्ट्री प्रबंधन फायर सेफ्टी को लेकर गंभीर नजर आ रहा है। हालांकि लापरवाही की वजह से प्लांट काफी नुकसान झेल चुका है। एक मजदूर भी आग में झुलसकर घायल हो गया था। हालांकि उसको पूरा मेहनताना और उपचार फैक्ट्री की तरफ से कराया गया।
पर्यावरण और सेहत से खिलवाड़
यह प्लांट पुराने टायरों से तेल निकालता था। प्रक्रिया में भारी प्रदूषण होता है। काला धुआं इलाके के लोगों की सांसों में जहर घोल रहा था। बच्चों, बुजुर्गों और मरीजों की सेहत बिगड़ रही थी। ’द एक्स इंडिया’ की खबरों ने इस मुद्दे को लगातार उठाया, जिससे प्रशासन पर दबाव बना और कार्रवाई हुई।

इलाके के लोगों की राहत
भंडूर और आसपास के गांवों में राहत की लहर है। लोग कह रहे हैं कि ’द एक्स इंडिया’ की खबरों ने उनकी आवाज बुलंद की। लेकिन लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। दोबारा से संचालन के बाद भी अगर किसी तरह की कोई लापरवाही या सांसों पर धुएं का असर दिखाई दिया तो द एक्स इंडिया फिर से अभियान चलाकर खबर प्रकाशित भी करेगा और प्रसारित भी करेगा, कोई समझौता नहीं होगा।
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पर्यावरण और सेहत से खिलवाड़
यह प्लांट पुराने टायरों से तेल निकालता था। प्रक्रिया में भारी प्रदूषण होता है। काला धुआं इलाके के लोगों की सांसों में जहर घोल रहा था। बच्चों, बुजुर्गों और मरीजों की सेहत बिगड़ रही थी। ‘द एक्स इंडिया’ की खबरों ने इस मुद्दे को लगातार उठाया, जिससे प्रशासन पर दबाव बना और कार्रवाई हुई।

क्या कहते हैं फैक्ट्री मालिक?
फैक्ट्री मालिक जतिन पाल कहते हैं,
“प्लांट का जल्द ही दोबारा से संचालन शुरू होगा। जो खामियां थी, उन्हें सही किया जा रहा है। भविष्य में सभी चीजों का ध्यान रखा जाएगा। लापरवाही कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। नए तरीके से प्लांट का संचालन होगा।”





