कुआलालंपुर. मलेशिया में 47वें आसियान शिखर सम्मेलन की शुरुआत के साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शनिवार देर रात (स्थानीय समयानुसार रविवार सुबह 10 बजे) एयर फोर्स वन से कुआलालंपुर पहुंचे। उनका 24 घंटे का सफर दो ईंधन भराव के बाद पूरा हुआ, और एयरपोर्ट पर मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने धूमधाम से उनका स्वागत किया। ट्रंप ने कंबोडिया और थाईलैंड के बीच जुलाई में भड़के घातक सीमा संघर्ष को समाप्त करने में मलेशिया की भूमिका के लिए PM इब्राहिम को धन्यवाद दिया।
ट्रंप ने एयर फोर्स वन में पत्रकारों से कहा, “मलेशिया ने हमारी मदद की। मैं PM अनवर से मिलने आया हूं, क्योंकि वे थाईलैंड-कंबोडिया विवाद में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे।”
उन्होंने शनिवार को घोषणा की कि कुआलालंपुर पहुंचने पर ‘कuala Lumpur Accord’ नामक शांति समझौते पर हस्ताक्षर होंगे। यह समझौता जुलाई के 5-दिवसीय संघर्ष को समाप्त करेगा, जिसमें 48 से अधिक मौतें हुईं और लाखों विस्थापित हुए। मलेशिया ने ASEAN की अध्यक्षता में मध्यस्थता की, और ट्रंप ने इसे “मेरा ब्रोकर्ड पीस डील” बताया।
ट्रंप समिट के मुख्य सत्र में हिस्सा नहीं लेंगे, बल्कि द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। उन्होंने कहा, “मलेशिया एक बहुत अच्छे इंसान हैं।” समझौते में सीमा पर माइंस और भारी हथियार हटाने, व्यापार बहाल करने, और सीमा क्रॉसिंग खोलने पर सहमति बनेगी।
थाईलैंड के कार्यवाहक PM अनुटिन चारनवीराकुल और कंबोडिया के PM हन मानेत शनिवार को मलेशिया पहुंचे। ट्रंप ने इसे “7 अन-एंडेबल वॉर्स” में से एक के समाधान का हिस्सा बताया, जिसमें हाल ही में गाजा में इजरायल-हमास युद्धविराम भी शामिल है।
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ट्रंप की यह एशिया यात्रा (मलेशिया, जापान, दक्षिण कोरिया) उनके दूसरे कार्यकाल की पहली है। ASEAN समिट (26-28 अक्टूबर) में 10 सदस्य देशों और संवाद साझेदारों (चीन, अमेरिका, जापान) के नेता हिस्सा लेंगे।
ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन-रूस युद्ध, जो “सबसे कठिन” है, एजेंडे में होगा, और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से व्यापार युद्ध पर चर्चा होगी। ASEAN ने म्यांमार के सैन्य चुनावों के लिए पर्यवेक्षकों भेजने पर विचार किया है।
ट्रंप ने नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकन (कंबोडिया, पाकिस्तान, इजरायल से) का जिक्र किया, और कहा, “यह बड़ा अपमान होगा अगर 2025 का नोबेल मुझे न मिले।”





