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रंप-शी मुलाकात: व्यापार समझौते पर सहमति, लेकिन ‘परमाणु टेस्टिंग’ पोस्ट ने बढ़ाई वैश्विक चिंता

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वाशिंगटन.  अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की दक्षिण कोरिया के बुसान में गुरुवार को हुई महत्वपूर्ण बैठक में व्यापार तनाव को कम करने पर सकारात्मक प्रगति हुई। दोनों नेताओं ने टैरिफ में कटौती, रेयर अर्थ निर्यात पर सहमति, और फेंटेनाइल व्यापार पर कदम उठाने का ऐलान किया।

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ट्रंप ने इसे “अद्भुत बैठक” बताया, लेकिन बैठक से ठीक पहले ट्रूथ सोशल पर परमाणु हथियारों की तत्काल टेस्टिंग का आदेश देने वाला उनका पोस्ट वैश्विक राजनीति में हलचल मचा गया। विशेषज्ञों का मानना है कि यह रूस-चीन की बढ़ती न्यूक्लियर क्षमता का जवाब है, लेकिन इससे हथियारों की दौड़ तेज हो सकती है।

बैठक के प्रमुख परिणाम: व्यापार में राहत, लेकिन सतर्कता बरकरार

बुसान के गिमहे एयर बेस पर 1 घंटा 45 मिनट चली बैठक में ट्रंप ने कहा, “शी महान नेता हैं। हमने सोयाबीन, फेंटेनाइल, और अन्य कृषि उत्पादों पर तत्काल खरीद पर सहमति जताई।” चीन ने रेयर अर्थ निर्यात सीमाओं को पूर्व-संघर्ष स्तर पर लौटाने का वादा किया, और टैरिफ को 57% से घटाकर 47% करने पर सहमत हुआ। ट्रंप ने कहा, “हमारे संबंध मजबूत हैं। अगले वर्ष शी का अमेरिका दौरा होगा।” चीन के विदेश मंत्रालय ने इसे “महत्वपूर्ण आर्थिक सहमति” बताया, लेकिन “विकास चक्रों पर ध्यान” पर जोर दिया।

हालांकि, ट्रंप ने यूक्रेन-रूस युद्ध पर भी चर्चा का जिक्र किया, लेकिन विवरण साझा नहीं किया। बैठक में फेंटेनाइल पर “कड़ी कार्रवाई” और सोयाबीन खरीद पर “तत्काल” कदम पर सहमति बनी।

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‘परमाणु पोस्ट’ का बवाल: रूस-चीन को धमकी या घरेलू राजनीति?

बैठक से मिनटों पहले ट्रंप का ट्रूथ सोशल पोस्ट—”अमेरिका के पास सबसे ज्यादा परमाणु हथियार हैं, लेकिन रूस दूसरे और चीन तीसरे स्थान पर है। अगले 5 वर्षों में चीन बराबरी कर लेगा। इसलिए, मैंने पेंटागन को निर्देश दिया है कि परीक्षण तुरंत शुरू हो”—वैश्विक तनाव बढ़ा दिया। यह 1992 के बाद पहली टेस्टिंग होगी, जब अमेरिका ने व्यापक परीक्षण प्रतिबंध संधि (CTBT) का पालन किया। ट्रंप ने कहा, “मुझे यह बुरा लगता है, लेकिन विकल्प नहीं।”

वैश्विक प्रतिक्रिया:

  • UN: “यह परीक्षण दौड़ तेज करेगा।” महासचित्र ने चिंता जताई।
  • रूस: “ट्रंप का डरावना खेल।” पुतिन ने कहा, “हमारी क्षमता मजबूत है।”
  • चीन: “शांति का आह्वान।” विदेश मंत्रालय ने कहा, “हम परीक्षण नहीं करेंगे।”
  • वैज्ञानिक: CSIS के अनुसार, चीन के 600 न्यूक्लियर हथियार 2020 के 300 से दोगुने हैं। ट्रंप ने इसे “बराबरी” का आधार बताया।
  • विश्लेषण: पोस्ट सिनपिंग से मुलाकात से ठीक पहले आया, जो व्यापार तनाव (100% टैरिफ धमकी) के बीच था। रूस ने हाल ही में न्यूक्लियर ड्रोन टेस्ट किया, जिसे ट्रंप ने “समान आधार” का हवाला दिया। विशेषज्ञों का मानना है कि यह घरेलू राजनीति (2026 मिडटर्म) के लिए ‘मजबूत राष्ट्रपति’ की छवि और रूस-चीन को काउंटर करने का प्रयास है। UN ने चेतावनी दी कि इससे हथियारों की दौड़ तेज होगी।

    ट्रंप ने कहा, “हमारी मुलाकात सफल रही।” लेकिन पोस्ट ने सवाल उठाए कि क्या यह शांति का संदेश है या तनाव बढ़ाने वाली चाल?

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