जम्मू। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) ने गुरुवार सुबह 4 बजे से यात्रा फिर शुरू करने की घोषणा की, जिसके बाद कटरा (Katra) में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गईं।
आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर बोर्ड ने पोस्ट किया, “जय माता दी। श्री माता वैष्णो देवी यात्रा आज फिर से शुरू हुई।”
Jai Mata Di,
Glimpses of Shri Mata Vaishno Devi Yatra resumed today.@OfficeOfLGJandK @diprjk #YatraUpdate #ViashnoDevi pic.twitter.com/FbSeH8HIrI— Shri Mata Vaishno Devi Shrine Board (@OfficialSMVDSB) September 17, 2025
यह घोषणा 26 अगस्त के भूस्खलन (Landslide) के बाद 22 दिनों के स्थगन (Suspension) के बाद आई है, जब 35 से अधिक तीर्थयात्रियों (Pilgrims) की मौत हो गई थी। मौसम सुधारने के बाद पंजीकरण काउंटर (Registration Counters) खुल गए, और श्रद्धालु भक्ति में डूबे नजर आए।
भूस्खलन की याद, 35 मौतें और यात्रा पर ब्रेक!
26 अगस्त को त्रिकुटा पहाड़ी (Trikuta Hills) पर भारी बारिश (Heavy Rainfall) और बादल फटने (Cloudburst) से भूस्खलन हुआ, जिसमें अर्धकुंवारी (Ardhkuwari) मार्ग पर मलबा गिर गया। इससे 35 तीर्थयात्रियों की मौत हुई और 10 से अधिक घायल हुए।
बोर्ड ने सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए 14 सितंबर से शुरू होने वाली यात्रा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया था। 12 सितंबर को यात्रा शुरू होने की घोषणा हुई थी, लेकिन खराब मौसम ने इसे रोका। अब मौसम साफ होने से यात्रा बहाल हुई, लेकिन बोर्ड ने चेतावनी दी कि सुरक्षा पहले।
सुरक्षा और सुविधा, बोर्ड की विशेष तैयारी
श्राइन बोर्ड ने यात्रा मार्ग (Yatra Route) पर CCTV (CCTV Cameras), मेडिकल कैंप (Medical Camps), और हेल्प डेस्क (Help Desks) की व्यवस्था की है। पंजीकरण अनिवार्य (Mandatory Registration) है, और हेलीकॉप्टर सेवा (Helicopter Service) भी उपलब्ध है।
बोर्ड ने कहा, “श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा (Safety and Facilities) का विशेष ध्यान रखा गया है।”
कटरा में होटल और धर्मशालाओं (Hotels and Dharamshalas) को खाली करने का आदेश अब हटा दिया गया है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (LG Manoj Sinha) ने भूस्खलन की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति (High-Level Committee) गठित की थी, जिसकी रिपोर्ट से सुरक्षा उपाय मजबूत होंगे।
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कतारें लगीं, भक्ति का सैलाब
यात्रा शुरू होते ही कटरा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
असम से आईं प्रियंका डेका (Priyanka Deka) ने कहा, “भूस्खलन से निराश हुए थे, लेकिन आस्था ने टिकट कैंसल नहीं होने दिया। अब दर्शन के लिए उत्साहित हैं।”
पुणे की किरण डोंडे (Kiran Donde) ने बताया, “कल शाम बंद था, लेकिन आज खुशी से दर्शन को जा रही हूं।”
बोर्ड ने अपील की कि मौसम की जानकारी लें और पंजीकरण कराएं। यह यात्रा सालाना 80 लाख श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है।
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बोर्ड पर सवाल, जांच समिति
भूस्खलन के बाद बोर्ड की आलोचना हुई। उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी (Deputy CM Surinder Choudhary) ने बोर्ड अधिकारियों को दोषी ठहराया था। LG सिन्हा ने तीन दिनों में समिति गठित की, जो मार्ग की मजबूती (Route Strengthening) पर सुझाव देगी। यह यात्रा जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा है।