ड्यूटी के दौरान अगरतला में हार्ट-अटैक, सैनिक अस्पताल में उपचार के दौरान तोड़ा दम
- आर्यन शर्मा, मुजफ्फरनगर से ‘द एक्स इंडिया’ के लिए
मुजफ्फरनगर। मंसूरपुर थाना इलाके के सोंटा गांव के लाल सीआरपीएफ के सहायक उप निरीक्षक (ASI) विनोद धीमान का अगरतला में ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक से निधन हो गया। उनका पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा सोमवार सुबह सुबह पैतृक गांव पहुंचा, जहां पूरे सैन्य सम्मान (Military Honors) के साथ अंतिम संस्कार किया गया। गांव में शोक की लहर दौड़ गई, और सैकड़ों ग्रामीणों ने नम आंखों से शहीद को पंचतत्व में विलीन होते देखा।
अगरतला में ड्यूटी पर हार्ट अटैक
विनोद धीमान 17-18 सितंबर की दरम्यानी रात अगरतला में अपनी पोस्टिंग पर तैनात थे। अचानक सीने में तेज दर्द हुआ और उन्हें सैन्य अस्पताल (Military Hospital) ले जाया गया। डॉक्टरों के प्रयासों के बावजूद, उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
45 वर्षीय विनोद 20 साल से सीआरपीएफ में सेवा दे रहे थे और उनकी ड्यूटी त्रिपुरा में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की सुरक्षा में लगी हुई थी। परिवार ने बताया कि विनोद हमेशा फिट रहते थे, लेकिन तनावपूर्ण ड्यूटी ने उनकी सेहत पर असर डाला।
पैतृक गांव सोंटा में मातम: दो बेटों का बाप, परिवार का सहारा
सोंटा गांव में विनोद का पार्थिव शरीर पहुंचते ही पूरा इलाका शोकमग्न हो गया। उनके दो बेटे—बड़े बेटे का नाम अभी छोटा है, जो गाजियाबाद में पढ़ाई कर रहे हैं और छोटा बेटा सोंटा में ही रहता है, के अलावा पत्नी और बुजुर्ग माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार मुख्य रूप से सोंटा और मंसूरपुर में रहता है, लेकिन गाजियाबाद में भी संपर्क है।
ग्रामीणों ने कहा, “विनोद गांव का गौरव था, हमेशा मदद के लिए तत्पर रहते थे।”
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तिरंगे में लिपटा शहीद, सलामी गर्जना
सीआरपीएफ की टुकड़ी ने शहीद के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लिपेटकर गांव पहुंचाया। अंतिम संस्कार से पहले राजकीय सम्मान (State Honors) दिया गया, जिसमें राइफल सलामी (Rifle Salute) और वीरता पुरस्कार (Bravery Award) की घोषणा हुई। गांव के श्मशान घाट पर सैकड़ों लोग उमड़ आए।
सीआरपीएफ अधिकारी ने कहा, “विनोद जैसे जवान राष्ट्र की रक्षा के लिए समर्पित थे। उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।”
राजनीतिक हस्तियों का श्रद्धांजलि: भाजपा-सपा नेताओं ने दी विदाई
अंतिम संस्कार में भाजपा जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी (Sudhir Saini), सपा के वरिष्ठ नेता राकेश शर्मा (Rakesh Sharma), नरेश धीमान (Naresh Dhimaan) समेत कई गणमान्य व्यक्ति पहुंचे।
सुधीर सैनी ने कहा, “विनोद का बलिदान राष्ट्र के लिए प्रेरणा है। सरकार शहीद परिवार को हर संभव मदद देगी।”
राकेश शर्मा ने शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी। गांव में शोक सभा बुलाई गई, जहां विनोद की वीरता गाथाएं सुनाई गईं।
सीआरपीएफ का गौरव: अगरतला पोस्टिंग पर समर्पित सेवा
विनोद धीमान 182 बटालियन में तैनात थे और अगरतला में उनकी ड्यूटी संवेदनशील क्षेत्रों की सुरक्षा थी। सीआरपीएफ ने शहीद को श्रद्धांजलि दी और परिवार को आर्थिक सहायता (Financial Aid) का आश्वासन दिया। उत्तराखंड और यूपी में कई जवानों की हार्ट अटैक से मौत हो चुकी है, जो ड्यूटी के तनाव को दर्शाता है।
सोंटा में सन्नाटा, चला गया परिवार का सहारा
सोंटा गांव में शहीद के घर पर सन्नाटा पसर गया। दो बेटों का बाप, परिवार का इकलौता कमाने वाला विनोद अब नहीं रहा।
ग्रामीणों ने कहा, “वह गांव का लाल था, हमेशा मदद करता था।”
अंतिम संस्कार के दौरान ‘भारत माता की जय’ के नारे गूंजे। जिला प्रशासन ने परिवार को सरकारी नौकरी (Government Job) और पेंशन (Pension) का वादा किया।
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शहीदों का सम्मान, परिवार का भविष्य
विनोद धीमान का निधन सीआरपीएफ के लिए बड़ा झटका है। अगरतला में उनके साथी शोक में डूबे।
परिवार ने कहा, “विनोद का सपना था कि बेटे देश सेवा करें।”