- ‘द एक्स इंडिया’ के लिए प्रधान संपादक अमित सैनी की रिपोर्ट
मुजफ्फरनगर/बुलंदशहर। प्रेम की राह में जान गंवाने की एक और खौफनाक कहानी ने सनसनी फैला दी है! मुजफ्फरनगर के छपार थाना क्षेत्र के तेजल्हेड़ा गांव से फरार प्रेमी युगल की प्रेम कहानी का अंत बुलंदशहर के डिबाई थाना क्षेत्र में खूनी मंजर बन गया।
पकड़े जाने के डर से प्रेमी प्रिंस गुर्जर (26) ने अपनी 16 वर्षीय नाबालिग प्रेमिका को 315 बोर के तमंचे से गोली मार दी और फिर अपनी कनपटी पर गोली चलाकर आत्महत्या कर ली। यह सनसनीखेज वारदात 25 सितंबर की देर रात करीब एक बजे डिबाई के मोहल्ला सराय किशन चंद में हुई, जिसने दोनों जिलों में हड़कंप मचा दिया।

ननिहाल में मुलाकात, दो साल का गहरा रिश्ता
हरिद्वार का रहने वाला प्रिंस गुर्जर पिछले दो साल से अपनी ननिहाल तेजल्हेड़ा गांव में रह रहा था। यहीं उसकी मुलाकात 16 वर्षीय कक्षा 11 की छात्रा से हुई, जो जाट समाज से थी। प्रिंस गुर्जर समाज का था।
बस यात्रा से शुरू हुआ उनका प्रेम गहरा हो गया, लेकिन अलग-अलग बिरादरी होने के कारण परिवार और समाज का विरोध बहुत ज्यादा था। दोनों ने सामाजिक बंधनों को तोड़ने का फैसला किया और 19 सितंबर को तेजल्हेड़ा से फरार हो गए।
प्रिंस ने अपने फूफा की मदद से बुलंदशहर के डिबाई में 2 हजार रुपये किराए पर मकान लिया, जहां दोनों छिपे हुए थे।

पुलिस का पीछा: मुकदमा, बरामदगी का दबाव
20 सितंबर को प्रेमिका के परिजनों ने छपार थाने में अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया। BNS की धारा 137(2) के तहत केस दर्ज हुआ। मुजफ्फरनगर पुलिस ने प्रिंस के फूफा के साथ बुलंदशहर में तलाश शुरू की।
25 सितंबर की रात डिबाई के मोहल्ला सराय किशन चंद में पुलिस ने मकान को घेर लिया। प्रिंस और प्रेमिका छत पर भागे। पकड़े जाने के डर से प्रिंस ने पहले प्रेमिका को गोली मारी, फिर खुद को खत्म कर लिया। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

प्रिंस का आपराधिक इतिहास, ‘बाबा गैंग’ का सदस्य
प्रिंस गुर्जर का अतीत साफ नहीं था। मुजफ्फरनगर के छपार थाने में उसके खिलाफ 2023 में टोल पर फायरिंग (हत्या का प्रयास) और चेन स्नैचिंग के मुकदमे दर्ज थे। पुलिस को शक है कि वह स्थानीय बाबा गैंग का हिस्सा था, जिसकी जांच डिबाई और छपार पुलिस कर रही है।
SSP मुजफ्फरनगर संजय वर्मा ने कहा, “प्रिंस के खिलाफ दो आपराधिक मामले थे।”
गांव में तनाव, पुलिस तैनात
घटना की सूचना मिलते ही बुलंदशहर SSP दिनेश कुमार सिंह भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। दोनों शवों को बुलंदशहर जिला अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
गुरुवार शाम तेजल्हेड़ा में दोनों के अंतिम संस्कार भारी पुलिस बल की मौजूदगी में हुए। अलग बिरादरी के कारण तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस तैनात है।

नाबालिग बेटी की मौत, समाज का दबाव
प्रेमिका के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। समाज के ताने और बिरादरी का दबाव परिवार को तोड़ रहा है। प्रिंस के परिवार ने भी दुख जताया, लेकिन गैंग कनेक्शन के आरोपों पर चुप्पी साधी।
प्रेम और अपराध का गठजोड़
यह घटना प्रेम के जुनून और अपराध के खतरनाक मेल को दर्शाती है। NCRB डेटा के अनुसार, 2024 में यूपी में 2,000+ POCSO केस और प्रेम विवाह से जुड़े 15% मामले बढ़े। बुलंदशहर और मुजफ्फरनगर पुलिस की संयुक्त जांच बाबा गैंग और प्रिंस के आपराधिक इतिहास को खंगाल रही है।
स्थानीय लोग बोले, “नाबालिगों के प्रेम में सख्ती जरूरी, वरना ऐसी त्रासदी बढ़ेगी।”

गांव में सन्नाटा, पुलिस की नजर
गुरुवार शाम तेजल्हेड़ा में अंतिम संस्कार के दौरान सन्नाटा पसरा रहा। भारी पुलिस बल और आला अधिकारी मौजूद रहे। यह प्रेम कहानी समाज और कानून के लिए सबक बन गई। प्रेम का जुनून जिंदगी से ज्यादा भारी पड़ा।
इस रिपोर्ट में बुलंदशहर से सुमित शर्मा ने सहयोग किया…