शॉर्ट सर्किट ने छीनीं जिंदगियां, ICU में आग से मचा हाहाकार
जयपुर। राजस्थान के जयपुर के सवाई मान सिंह (SMS) अस्पताल के ट्रॉमा ICU में रविवार देर रात शॉर्ट सर्किट से लगी आग ने 6 मरीजों की जान ले ली और 5 को गंभीर हालत में छोड़ दिया। आग ने कुछ ही मिनटों में वार्ड को अपनी चपेट में लिया, जिससे अफरातफरी मच गई।
धुएं ने मरीजों का दम घोंट दिया। अस्पताल इंचार्ज जगदीश मोदी ने बताया कि आग शॉर्ट सर्किट से शुरू हुई और तेजी से फैली। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और त्वरित राहत के निर्देश दिए।
मरीज फंसे, स्टाफ की हिम्मत
आग रात में अचानक भड़की। ICU में भर्ती मरीज चीखे, लेकिन घना धुआं बाहर नहीं निकला। अस्पताल स्टाफ ने जोखिम उठाकर मरीजों को बाहर निकालने की कोशिश की।
लिफ्टमैन ने बताया कि स्टाफ ने कुछ मरीजों को सुरक्षित शिफ्ट किया, लेकिन कई दम घुटने से नहीं बचे। दमकलकर्मियों ने 1.5 से 2 घंटे में आग पर काबू पाया, पर तब तक ICU जलकर राख हो चुका था। दमकलकर्मी ने कहा कि धुएं ने बचाव कार्य को कठिन बना दिया।
मृतकों का दर्द, परिवारों का विलाप
मृतकों में 4 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं। तिमारदार नरेंद्र ने बताया कि उनकी मां की तबीयत सुधर रही थी और दोपहर में सामान्य वार्ड में शिफ्ट होना था, लेकिन आग ने सब छीन लिया।
एक अन्य परिजन ने कहा कि उनकी भाभी दो सप्ताह से भर्ती थीं। भतीजे ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन धुएं से दम घुटने लगा और वह बेहोश हो गया। अब उसे सांस लेने में तकलीफ है। पांच घायल मरीजों का इलाज अन्य वार्डों में चल रहा है।
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‘आग बुझी, जांच शुरू’
पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया कि ‘आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन ICU पूरी तरह नष्ट हो गया। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को कारण माना जा रहा है। पुलिस और दमकल विभाग संयुक्त रूप से तथ्य जुटा रहे हैं।’
स्टाफ की तत्परता ने कई जिंदगियां बचाईं, लेकिन हादसे ने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए।
उच्चस्तरीय कमेटी गठित
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने X पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा, “SMS अस्पताल का अग्निकांड अत्यंत दुखद है। मरीजों की सुरक्षा और इलाज के लिए हर कदम उठाया जा रहा है।”
जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में आग लगने की घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
अस्पताल पहुंचकर चिकित्सकों एवं अधिकारियों से जानकारी ली और त्वरित राहत कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मरीजों की सुरक्षा, इलाज और प्रभावित लोगों की देखभाल के लिए हर संभव कदम उठाए जा…
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) October 6, 2025
उन्होंने चिकित्सा आयुक्त इकबाल खान की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय कमेटी बनाई, जिसमें राजमेस के मुकेश मीणा, PWD के अजय माथुर, SMS कॉलेज के डॉ. आरके जैन और जयपुर नगर निगम के अग्निशमन अधिकारी शामिल हैं।
कमेटी को आग के कारण, अग्निशमन व्यवस्था और निकासी प्रक्रिया की जांच कर 15 दिनों में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश है।
सचिन पायलट ने उठाए सवाल
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने हादसे को लापरवाही का परिणाम बताया।
उन्होंने कहा, “राजस्थान के सबसे बड़े अस्पताल में इतना बड़ा हादसा चिंताजनक है। यह महज हादसा नहीं, बल्कि गंभीर लापरवाही है। सरकार पूरी जांच करे और दोषियों पर कार्रवाई हो।”
उन्होंने प्रभावित परिवारों के लिए मुआवजे की मांग की।
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अस्पतालों में अग्निकांड की बढ़ती घटनाएं
यह हादसा अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। NCRB के अनुसार, 2024 में भारत में 50+ अस्पताल अग्निकांड हुए। विशेषज्ञों का मानना है कि “पुरानी बिजली व्यवस्था और कमजोर अग्निशमन उपाय खतरा बढ़ाते हैं।”