नई दिल्ली. आजाद हिंद फौज (INA) के स्थापना दिवस पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस और उनके वीर सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि INA के बलिदान और साहस ने स्वतंत्रता संग्राम में एक नया अध्याय लिखा, जो ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना को अनंतकाल तक प्रेरित करता रहेगा।
शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “आजाद हिंद फौज के स्थापना दिवस पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस और INA के वीर सेनानियों को नमन। नेताजी ने इस फौज के जरिए क्रांतिकारियों में यह विश्वास जगाया कि अपनी सेना और सैन्य अभियानों से देश स्वाधीनता हासिल कर सकता है। 1943 में अंडमान-निकोबार में तिरंगा फहराकर आजादी की घोषणा करने वाले INA के सेनानी हमेशा राष्ट्रभक्ति की मिसाल रहेंगे।”
अन्य नेताओं ने भी इस अवसर पर अपनी श्रद्धांजलि दी। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लिखा, “भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में आजाद हिंद फौज की भूमिका अविस्मरणीय है। इसके वीर सपूतों के शौर्य, समर्पण और बलिदान की गाथा राष्ट्रभक्ति की ज्योत को हमेशा प्रज्वलित रखेगी। मां भारती के चरणों में कोटि-कोटि नमन।”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “आजाद हिंद फौज का स्थापना दिवस केवल एक संगठन का स्मरण नहीं, बल्कि उस ज्वाला का प्रतीक है, जिसने परतंत्रता की बेड़ियों को तोड़ने का साहस दिया। इसने राष्ट्र-आराधना को रण-आह्वान में बदला और स्वतंत्र भारत की आवाज को विश्व में गूंजाया। मां भारती के सपूतों को शत-शत नमन।”
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने लिखा, “आजाद हिंद फौज ने नेताजी के नेतृत्व में अदम्य साहस और देशप्रेम की जो मिसाल कायम की, वह हर भारतीय के हृदय में प्रेरणा की आग जलाएगी। इस स्वर्णिम अध्याय के लिए सभी अमर वीरों को नमन।”
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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “आजाद हिंद फौज ने न केवल सैनिकों को एकजुट किया, बल्कि पूरे देश को स्वतंत्रता के लिए प्रेरित किया। इनके त्याग और वीरता की कहानियां हमेशा देशसेवा की अलख जगाएंगी।”
21 अक्टूबर 1943 को स्थापित आजाद हिंद फौज ने नेताजी के नेतृत्व में ब्रिटिश शासन के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष छेड़ा था। इसने न केवल सैन्य अभियान चलाए, बल्कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन को वैश्विक मंच पर नई पहचान दी। नेताजी का नारा “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा” आज भी युवाओं में जोश भरता है।