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आसियान समिट में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे एस जयशंकर, पीएम मोदी वर्चुअली होंगे शामिल: विदेश मंत्रालय

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नई दिल्ली.  मलेशिया में 24-27 अक्टूबर को आयोजित होने वाले 47वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और 20वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भारत की ओर से विदेश मंत्री एस जयशंकर केंद्र की मोदी सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दीपावली उत्सव के कारण कुआलालंपुर का दौरा नहीं करेंगे, लेकिन 26 अक्टूबर को वर्चुअल माध्यम से समिट को संबोधित करेंगे। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी दी।

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मंत्रालय के बयान के अनुसार, पीएम मोदी और आसियान नेता संयुक्त रूप से आसियान-भारत संबंधों की प्रगति की समीक्षा करेंगे और व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की पहलों पर चर्चा करेंगे। मंत्रालय ने कहा, “आसियान के साथ संबंध भारत की एक्ट ईस्ट नीति और हिंद-प्रशांत दृष्टिकोण का प्रमुख स्तंभ हैं। पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए चुनौतियों पर विचार-विमर्श और अंतरराष्ट्रीय विकास पर विचारों के आदान-प्रदान का अवसर देगा।”

पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, “मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम को आसियान अध्यक्षता के लिए बधाई दी। मैं 47वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में वर्चुअल रूप से शामिल होने और व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए उत्सुक हूं।” उन्होंने समिट की सफलता के लिए शुभकामनाएं भी दीं।

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मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने भी ‘एक्स’ पर लिखा, “पीएम मोदी के एक करीबी सहयोगी के साथ बातचीत में मलेशिया-भारत द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक स्तर पर मजबूत करने पर चर्चा हुई। भारत व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और क्षेत्रीय सुरक्षा में मलेशिया का महत्वपूर्ण साझेदार है।” उन्होंने पीएम मोदी के वर्चुअल भागीदारी के फैसले का सम्मान करते हुए उन्हें और भारतवासियों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं।

आसियान-भारत साझेदारी को मजबूत करने के लिए यह समिट महत्वपूर्ण है। भारत और मलेशिया के बीच व्यापार 2024 में 20 बिलियन डॉलर को पार कर चुका है, और दोनों देश प्रौद्योगिकी, रक्षा, और नवीकरणीय ऊर्जा में सहयोग बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। यह समिट हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भू-राजनीतिक तनावों, खासकर दक्षिण चीन सागर में चीन की बढ़ती गतिविधियों, के बीच हो रही है। भारत की एक्ट ईस्ट नीति के तहत यह बैठक क्षेत्रीय सहयोग और स्थिरता को बढ़ावा देगी।

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