मुजफ्फरनगर। नगर कोतवाली और एसओजी की संयुक्त टीम रविवार दोपहर एक संदिग्ध थार (UP12 BV-7834) का पीछा कर रही थी। थार में सवार बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। टीम बाल-बाल बची। दूसरी टीम ने बुढ़ाना मोड पर बैरियर लगाया। बदमाशों ने बैरियर तोड़कर भागने की कोशिश की।
गाड़ी का टायर फटना और जंगल की भागदौड़
आगे चलकर थार का टायर फट गया। गाड़ी अनियंत्रित होकर पुलिया से टकरा गई। तीनों बदमाश गाड़ी छोड़कर जंगल की ओर भागे। उन्होंने पुलिस पर फिर फायरिंग की। टीम ने घेराबंदी की और आत्मसमर्पण की चेतावनी दी। बदमाश नहीं माने।

जवाबी फायरिंग में दो घायल
पुलिस ने आत्मरक्षा में सूक्ष्म फायरिंग की। राजा उर्फ राज पुत्र स्व. सुमित, निवासी: सलेमपुर और असजद पुत्र नसीम, निवासी: प्रेमपुरी पैर में गोली लगने से घायल हो गए। तीसरा साथी चिराग पंवार पुत्र दिनेश पंवार, निवासी: प्रेमपुरी कांबिंग में गिरफ्तार हुआ। घायलों को अस्पताल भेजा गया।
बरामद हथियार और वाहन
कब्जे से 32 बोर का तमंचा, 32 बोर पिस्टल (बिना मैगजीन), 315 बोर तमंचा, दो जिंदा कारतूस 32 बोर, तीन जिंदा कारतूस 315 बोर, एक खोखा 32 बोर, एक खोखा 315 बोर और थार बरामद हुई। ये हथियार 31 अक्टूबर की फायरिंग में इस्तेमाल हुए थे।

चाचा दीपांशु पर हमला
आपको बता दें कि 31 अक्टूबर को सलेमपुर में पुरानी रंजिश में दीपांशु पुत्र हरेंद्र (उम्र 35) पर गोली चलाई गई। वह गंभीर रूप से घायल हुए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उन्हें मेरठ रेफर किया।
बदमाशों का रिकॉर्ड
राजा दो साल पहले नई मंडी कोतवाली में जेल जा चुका है। असजद और चिराग चार महीने पहले हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट में रिहा हुए। तीनों मुख्य संदिग्ध हैं।
 




