मुजफ्फरनगर के भोपा थाना इलाके में मुजफ्फरनगर-मोरना मार्ग पर शुक्रतीर्थ के कार्तिक गंगा स्नान मेले की भव्यता के बीच एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। प्रतिबंधित भैंसा बग्गी की बेलगाम दौड़ रोडवेज बस से टकरा गई। कोहरे की घनी चादर में विजिबिलिटी कम होने की वजह से बस दूर से दिखाई नहीं दी। भैंसा बग्गी के सामने आते ही बस ने जोरदार ठोकर मार दी।
भैंसे की मौके पर मौत
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि भैंसे की मौके पर ही मौत हो गई। बग्गी चालक अंकित पुत्र जगत सिंह (निवासी: गांव बरूकी) गंभीर रूप से घायल हो गया। अंकित अपने चचेरे भाई अंकुर के साथ बुधवार रात शुक्रताल स्नान मेला से लौट रहा था। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने उसे भोपा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। डॉक्टरों ने बताया कि अंकित की हालत स्थिर है, लेकिन चोटें गंभीर हैं।

वायरल वीडियो में बेलगाम दौड़
घटना का पूरा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में सैकड़ों भैंसा बग्गियां और बाइक सवार दौड़ लगा रहे हैं। हो-हल्ला करते हुए आगे निकलने की होड़ मची हुई है। एक बग्गी अपनी साइड छोड़कर दूसरी लेन में घुस जाती है। तभी सामने से आ रही रोडवेज बस संख्या UP 19 AT 1952 से जोरदार टक्कर होती है। कोहरे की वजह से बस की लाइटें भी धुंधली नजर आ रही हैं।
प्रतिबंधित बग्गी दौड़ का खतरा
जगत सिंह ने बताया कि अंकुर के साथ अंकित मेला स्नान से लौट रहा था। भोपा के निकट बस ने अचानक टक्कर मारी। उन्होंने थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। भोपा थाना प्रभारी निरीक्षक जसवीर सिंह ने कहा कि जांच जारी है। प्रतिबंधित भैंसा बग्गी दौड़ मेले के दौरान आम हो जाती है, लेकिन कोहरे में यह जानलेवा साबित हो रही है।
मेले की भव्यता और सुरक्षा चिंता
कार्तिक गंगा स्नान मेला शुक्रताल घाट पर 2 नवंबर से शुरू हुआ। 5 नवंबर को मुख्य स्नान हुआ। हजारों श्रद्धालु आस्था के सैलाब में डूबे हैं, लेकिन रोड पर बेलगाम दौड़ से हादसे बढ़ रहे हैं। पिछले साल 2024 में मुजफ्फरनगर हाईवे पर बस-ट्रक टक्कर में 21 घायल हुए थे। कोहरे के मौसम में विजिबिलिटी कम होने से खतरा दोगुना हो जाता है।





